मतदाता तय करे, कौन चाहिए विकासवादी सपा या विकास विरोधी बीजेपी: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की जनता के नाम अपील जारी की है.
अपील में अखिलेश ने कहा है कि ये बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इनके परिणाम वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए भी संकेत होंगे.
प्रदेश में सभी 66 निकायों, 16 नगर निगमों, 202 नगर पालिका परिषदों, 438 नगर पंचायतों में सभासद, पार्षद अध्यक्ष तथा महापौर पद के चुनावों में मतदाताओं को तय करना है कि वे सपा सरकार के उत्तम विकास कार्यों को आगे बढ़ाना चाहेंगे. या बीजेपी की विकास विरोधी नीतियों को फलने-फूलने देंगे.
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी का विश्वसनीय रिकार्ड है कि उसने जो वादे किए उन्हें पूरा किया. शहरों के विकास को गति दी, जबकि बीजेपी ने अपने अब तक के कार्यकाल में न तो एक भी चुनावी वादा पूरा किया है और नहीं जनहित की कोई योजना चालू की हैं. वह सिर्फ नफरत फैलाने और समाज को बांटने का काम ही करती रही है.
सपा सरकार में कानपुर, वाराणसी, वृन्दावन, मथुरा, अयोध्या, इलाहाबाद, आगरा, गाजियाबाद में कई बड़ी विकास योजनाओं को पूर्ण कराकर शहरों में सुविधाएं विकसित की गईं. साथ ही अखिलेश ने अपील में लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क, जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र, गोमती के किनारे रिवरफ्रंट निर्माण, लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे, मेट्रो रेल सेवा आदि का जिक्र कया. इसके अलावा सपा सरकार के दौरान विभिन्न कार्यों को गिनाया.
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश के मतदाताओं को बहकाने के लिए और नगर निकाय के चुनावों को छलबल से जीतने के लिए बीजेपी ने ने विधानसभा चुनावों की तरह फिर निकाय चुनावों के लिए एक 'छल पत्र' जारी कर दिया हैं लेकिन जनता अब उन्हें करारा सबक सिखाएगी.
अखिलेश ने काह कि प्रदेश में पिछले 8 माह में एक भी नया निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका. सड़कों को गड्ढामुक्त करने की योजना लागू कर करोड़ों रूपयों का पता नहीं चला, सड़कें ज्यों का त्यों बनी हुई हैं. कानून व्यवस्था ध्वस्त है. यह विकास विरोधी सरकार है.