आजमगढ़- मुंबई एयरपोर्ट पर आइएस के संदिग्ध अबु जैद को दबोचे जाने के बाद खुफिया एजेंसियों की नजर अब एकबार फिर जिले के पांच आतंकियों की ओर हो गई हैं। इन आतंकियों में दो-दो कोतवाली व सरायमीर थाना क्षेत्र के और एक निजामाबाद थाना क्षेत्र का है। इन पर 10-10 लाख रुपये इनाम भी घोषित किए जा चुके हैं। हालांकि इनके बारे में पुलिस कप्तान अजय कुमार साहनी ने कुछ भी बताने से इन्कार करते हुए कहा कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। लिहाजा कोई जानकारी नहीं उपलब्ध करा सकता। जिले की पुलिस मुस्तैद है। देशद्रोह जैसे अपराध करने वालों से पुलिस सख्ती से पेश आ रही है।
जिले को आतंकवाद का बदनुमा धब्बा उस समय लगा जब 2008 में दिल्ली में बाटला हाउस मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में मारे गए दोनों चरमपंथी इसी जिले के संजरपुर गांव के निवासी थे। साथ ही एक आरोपी पकड़ा भी गया था, वह भी यहीं का निवासी है। इसके बाद खुफिया एजेंसियों की निगाहें जिले को लेकर टेढ़ी हो गईं। तमाम सोशल नेटवर्किंग को खंगाला जाने लगा। खाड़ी देशों में रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी ली जाने लगी। पलिस सूत्रों का कहना है कि छानबीन के दौरान जिले में पांच ऐसे लोग चिह्नित किए गए जो आतंकी गतिविधियों में संलिप्त हैं। इनमें कोतवाली थाना क्षेत्र का शादाब व आरिश, सरायमीर थाना क्षेत्र के राशिद व शाहनवाज तथा निजामाबाद थाना क्षेत्र का वासिद शामिल हैं। इन पर सरकार की ओर से 10-10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किए जा चुके हैं। ये सभी इंडियन मुजाहिदीन संगठन से जुड़े हुए हैं। इन पर अहमदाबाद व मुंबई में बम ब्लास्ट के भी आरोप हैं। फिलहाल पांचों आरोपी विदेश में हैं। उधर, अबु जैद की गिरफ्तारी के बाद उसके संपर्कियों की तलाश में भी खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं हैं। अबु के गांव सहित आसपास के गांवों से कुछ लोग उठाए भी गए और पूछताछ के बाद छोड़ दिए गए। इनमें से एक को आतंकवाद निरोधी दस्ता लखनऊ ले गया है।