लखनऊ : सरोजनीनगर में किशोरी की दरिंदगी के बाद बेरहमी से हत्या ने हड़कंप मचा दिया। मंगलवार शाम चार बजे एटीएस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर के पीछे जानवर चराने गए युवकों ने नहर में किशोरी का शव पड़ा देखा। गर्दन में धारदार हथियार से काटे जाने और दाई ओर नुकीले हथियार से घोंपने के पांच निशान थे। पुलिस ने शिनाख्त का प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली।
इंस्पेक्टर धर्मेश शाही ने बताया कि किशोरी की मौत कैसे हुई? उसके साथ दरिंदगी हुई या नहीं? पोस्टमार्टम में इसका खुलासा होगा। ग्रामीणों ने बताया कि शव नहर में औंधे मुंह पड़ा हुआ था। उसके शरीर पर हरे, सफेद और कत्थई रंग की छींटदार कुर्ती व भूरे रंग की लैगिंग थी। गर्दन पर नीले रंग का दुपट्टा कसा हुआ था।
पुलिस ने शव निकलवाया तो किशोरी के गले पर काटने के निशान और जबड़े के नीचे दाई तरफ पांच घाव मिले। दाएं कान व दाईं आंख से खून निकल रहा था। शव की हालत देखकर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या करने और शव नहर में फेंकने की आशंका जताई जा रही है।
ग्रामीणों को शक है कि शव सोमवार रात किसी वक्त फेंका गया होगा। पुलिस ने राजधानी और पड़ोसी जनपदों से लापता किशोरियों का ब्यौरा खंगाला पर मृतका की पहचान नहीं हो सकी। इंस्पेक्टर का कहना है कि किशोरी की हत्या की गई है। शव की पहचान के बाद हत्या का राज सामने आएगा।
मौत से पहले किशोरी ने किया संघर्ष, एक से ज्यादा थे हत्यारे
हाथ-पैरों और चेहरे पर आई चोटें देखकर आशंका जताई जा रही है कि किशोरी ने मौत से पहले हत्यारों से संघर्ष किया होगा। पुलिस को आशंका है कि हत्या में एक से ज्यादा बदमाश शामिल हैं। हत्यारों ने पहले चाकू-पेंचकस अथवा किसी नुकीले हथियार से उसकी गर्दन पर ताबड़तोड़ वार किए, इसके बाद उसकी गर्दन कसकर हत्या कर दी।
हत्या कहीं और करने के बाद नहर में फेंका गया शव
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास का इलाका खंगाला पर कहीं भी संघर्ष अथवा ऐसा कोई निशान नहीं मिला जिससे किशोरी की हत्या घटनास्थल पर ही किए जाने की पुष्टि हो सके। पुलिस का मानना है कि किशोरी की हत्या कहीं और की गई है। इसके बाद शव यहां लाकर नहर में फेंका गया। घटनास्थल पर चार पहिया वाहन आने की स्थिति नहीं है इसलिए यह आशंका जताई जा रही है कि शव लाने के लिए हत्यारों ने दोपहिया वाहन का इस्तेमाल किया होगा।
मृतका और हत्यारे के आसपास का ही होने की आशंका
जिस जगह किशोरी का शव मिला, वह सुनसान है। ग्रामीणों ने बताया कि आम रास्ता न होने के चलते दिन में भी वहां लोगों की आवाजाही न के बराबर होती है। वहां सिर्फ आसपास रहने वाले लोग जानवर चराने के लिए ही आते हैं। नहर पटरी खराब हो चुकी है। आने-जाने के लिए झाड़ियों के बीच एक पगडंडी है जिस पर साइकिल और बाइक भी मुश्किल से ही चल पाते हैं। पुलिस का मानना है कि ऐसे स्थान पर शव वही व्यक्ति फेंक सकता है जो इलाके से अच्छी तरह से परिचित हो। यह भी आशंका है कि मृतका भी आसपास के इलाके की रहने वाली होगी। पुलिस आसपास के गांवों से गायब किशोरियों के बारे में पड़ताल कर रही है।