क्या आपको लगता है कि कोई राजनेता या मुख्यमंत्री सार्वजनिक रूप से खुद के द्वारा की गई गलतियों के लिए जनता से क्षमा मांग सकता है. यदि आप सोच रहे हैं कि ऐसा होना असंभव है, तो आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं. आपकी सोच को गलत साबित किया है मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने. चौहान ने अपने मुख्यमंत्री काल में हुई गलतियों के लिए एक कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगी है.
जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज सिंह चौहान भोपाल में आयोजित जैन समाज के क्षमावाणी कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने अपने मुख्यमंत्रीकाल में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगी. सीएम ने अनजाने में हुई गलतियों के लिए सार्वजनिक रुप से क्षमा मांगी. मुख्यमंत्री ने क्षमावाणी के पर्व को अहम बताते हुए किसी के जीवनकाल में गलतियों के लिए क्षमा मांगे जाने की परंपरा को धर्म का सबसे बड़ा हिस्सा बताया. सीएम ने व्यक्तिगत तौर पर खुद को जीव हत्या के खिलाफ बताया है. कार्यक्रम में सीएम ने जैन समाज में तप करने वालों को भी सम्मानित किया.
मीडिया से चर्चा में सीएम ने कहा कि क्षमा से बड़ा कोई धर्म नहीं है. क्षमा वही कर सकता है जो जितेन्द्रिय हो. हर कोई क्षमादान नहीं दे सकता है. इसलिए जैन धर्म का यह क्षमावाणी पर्व अपने आप में अनूठा है. मैंने भी कार्यक्रम में शामिल होकर मुख्यमंत्री के रूप में एक आम आदमी के रूप में खुद से हुई गलतियों के लिए माफी मांगी है.