सपा ने अपने सभी एमएलसी को विधानसभा की एक-एक हारी हुई सीट जिताने की जिम्मेदारी सौंपी है। शनिवार को विधान परिषद सदस्यों और जिला पंचायत अध्यक्षों की बैठक में इस संबंध में दिशा-निर्देश दे दिए गए।
सपा सुप्रीमो मुखिया मुलायम सिंह यादव ने एमएलसी व पंचायत अध्यक्षों समेत पार्टी नेताओं को आचरण व छवि को लेकर सतर्क रहने की नसीहत दी। कहा कि किसी भी नेता, विधायक या कार्यकर्ता के खिलाफ शिकायत मिली तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गुंडई व दबंगई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विधानसभा चुनाव-2017 की तैयारी के लिए मुलायम सिंह ने यहां पार्टी मुख्यालय में विधान परिषद सदस्यों और जिला पंचायत अध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। इसमें तय हुआ कि हर एमएलसी अपनी पसंद से एक-एक ऐसी सीट चुनेगा जहां 2012 में पार्टी हारी थी। एमएलसी को इस सीट पर काम करना है और पार्टी प्रत्याशी को जिताना है।
बैठक के दौरान विधान परिषद सदस्यों के बीच स्लिप बांट दी गई जिस पर उन्हें उस विधानसभा क्षेत्र का नाम देना है जिसकी वह जिम्मेदारी लेना चाहते हैं। संबंधित एमएलसी को अपना क्षेत्र चुनने के साथ ही वहां ज्यादा वक्त देना होगा और विकास के काम कराने होंगे।
जिन विधान परिषद सदस्यों को मंडल प्रभारी बनाया गया है, उन्हें अपनी गोपनीय रिपोर्ट देनी है। इसके लिए उन्हें शीघ्र ही मंडल के सभी जिलों में जाने को कहा गया है।
विधानसभा चुनाव-2017 की तैयारी के लिए मुलायम सिंह ने यहां पार्टी मुख्यालय में विधान परिषद सदस्यों और जिला पंचायत अध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। इसमें तय हुआ कि हर एमएलसी अपनी पसंद से एक-एक ऐसी सीट चुनेगा जहां 2012 में पार्टी हारी थी। एमएलसी को इस सीट पर काम करना है और पार्टी प्रत्याशी को जिताना है।
बैठक के दौरान विधान परिषद सदस्यों के बीच स्लिप बांट दी गई जिस पर उन्हें उस विधानसभा क्षेत्र का नाम देना है जिसकी वह जिम्मेदारी लेना चाहते हैं। संबंधित एमएलसी को अपना क्षेत्र चुनने के साथ ही वहां ज्यादा वक्त देना होगा और विकास के काम कराने होंगे।
जिन विधान परिषद सदस्यों को मंडल प्रभारी बनाया गया है, उन्हें अपनी गोपनीय रिपोर्ट देनी है। इसके लिए उन्हें शीघ्र ही मंडल के सभी जिलों में जाने को कहा गया है।