लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मोहब्बत के शहर आगरा में थीम पार्क बनाने के लिए आज करार हो गया। सभ्यता, संस्कृति, कला के इतिहास को उसके बदलते क्रम में दर्शाने वाला पार्क जल्द अस्तित्व में आएगा। थीम पार्क के लिए राज्य सरकार कंपनी को जमीन उपलब्ध कराने की औपचारिकता पूरी कर चुकी है। यह पार्क आगरा के रिंग रोड के चार सौ एकड़ भू-भाग में फैला होगा, जहां सितारा सुविधाओं से लैस होटल होगा, जिसके कमरों की दीवारों पर तत्कालीन सभ्यता के रंग उकेरे जाएंगे।
ख्वाब से लगने वाले पार्क को जमीन पर उतारने के लिए सरकार व अभिनेता संजय खान की कंपनी किंगडम के बीच बुधवार को करार हुआ। दस हजार करोड़ की लागत से बनने वाला यह पार्क चार साल में तैयार होगा। यूपीएसआइडीसी के प्रबंध निदेशक मनोज सिंह ने बताया कि इस पार्क में सात शहरों के निर्माण व उनकी सभ्यता को प्रमुखता से दर्शाया जाएगा, जिनमें अशोक, गुप्तकाल और मुगल कालीन जीवन की झांकी होगी। मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, महाभारत और स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास भी प्रस्तुत किया जाएगा। कुमार ने बताया कि पार्क में स्वयंवर नाम से एक खास क्षेत्र विकसित किया जाएगा, जहां थीम आधारित वैवाहिक समारोह भी आयोजित किये जा सकेंगे। प्रमुख सचिव, पयर्टन नवनीत सहगल ने बताया कि पार्क में सौर ऊर्जा व बायो गैस सयंत्र लगाये जाएंगे ताकि बिजली की दिक्कत न हो। चार चरणों में पार्क बनकर तैयार होगा और 12 महीने के अंदर इस दिशा में कार्य आगे बढ़ जाएगा।
निवेशकों को हर संभव सहायता
प्रदेश के विकास व उसकी रफ्तार को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संकेतों में पूर्ववर्ती बसपा सरकार फिर व्यंग्य किया। कहा कि जनता स्टोन एज और माइल स्टोन के फर्क को समझती है। हालांकि उन्होंने अपने शब्दों को विश्लेषित नहीं किया मगर समझा जाता है कि वह बसपा सरकार में पत्थर तराश कर बने पार्कों पर व्यंग्य करने के साथ अपनी योजनाओं को मील के पत्थर के रूप में रेखांकित कर रहे थे। आगरा में प्रस्तावित थीम पार्क के लिए सरकार व कंपनी के बीच अनुबंध के बाद मुख्यमंत्री ने कहा यह पार्क एतिहासिक होगा, ताजमहल के दीदार को आने वाले सैलानी इसे देखे बिना वापस नहीं जा सकेंगे। संजय खान की कंपनी ने इसकी थीम को समझा, यह अच्छी बात है। समाजवादी सरकार राज्य के विकास में भागीदार बनने वाली संस्थाओं की मदद करती आ रही है। अपनी बात कहने के बाद मुख्यमंत्री चले गये। माना जा रहा है कि राज्यसभा व विधान परिषद के प्रत्याशियों व आजम की नाराजगी को लेकर होने वाले सवालों से वह गुरेज करना चाहते थे।
ख्वाब से लगने वाले पार्क को जमीन पर उतारने के लिए सरकार व अभिनेता संजय खान की कंपनी किंगडम के बीच बुधवार को करार हुआ। दस हजार करोड़ की लागत से बनने वाला यह पार्क चार साल में तैयार होगा। यूपीएसआइडीसी के प्रबंध निदेशक मनोज सिंह ने बताया कि इस पार्क में सात शहरों के निर्माण व उनकी सभ्यता को प्रमुखता से दर्शाया जाएगा, जिनमें अशोक, गुप्तकाल और मुगल कालीन जीवन की झांकी होगी। मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, महाभारत और स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास भी प्रस्तुत किया जाएगा। कुमार ने बताया कि पार्क में स्वयंवर नाम से एक खास क्षेत्र विकसित किया जाएगा, जहां थीम आधारित वैवाहिक समारोह भी आयोजित किये जा सकेंगे। प्रमुख सचिव, पयर्टन नवनीत सहगल ने बताया कि पार्क में सौर ऊर्जा व बायो गैस सयंत्र लगाये जाएंगे ताकि बिजली की दिक्कत न हो। चार चरणों में पार्क बनकर तैयार होगा और 12 महीने के अंदर इस दिशा में कार्य आगे बढ़ जाएगा।
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प्रदेश के विकास व उसकी रफ्तार को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संकेतों में पूर्ववर्ती बसपा सरकार फिर व्यंग्य किया। कहा कि जनता स्टोन एज और माइल स्टोन के फर्क को समझती है। हालांकि उन्होंने अपने शब्दों को विश्लेषित नहीं किया मगर समझा जाता है कि वह बसपा सरकार में पत्थर तराश कर बने पार्कों पर व्यंग्य करने के साथ अपनी योजनाओं को मील के पत्थर के रूप में रेखांकित कर रहे थे। आगरा में प्रस्तावित थीम पार्क के लिए सरकार व कंपनी के बीच अनुबंध के बाद मुख्यमंत्री ने कहा यह पार्क एतिहासिक होगा, ताजमहल के दीदार को आने वाले सैलानी इसे देखे बिना वापस नहीं जा सकेंगे। संजय खान की कंपनी ने इसकी थीम को समझा, यह अच्छी बात है। समाजवादी सरकार राज्य के विकास में भागीदार बनने वाली संस्थाओं की मदद करती आ रही है। अपनी बात कहने के बाद मुख्यमंत्री चले गये। माना जा रहा है कि राज्यसभा व विधान परिषद के प्रत्याशियों व आजम की नाराजगी को लेकर होने वाले सवालों से वह गुरेज करना चाहते थे।