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बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला: दुर्गा पूजा के दौरान मंदिर और पंडालों को बनाया निशाना, गोलीबारी में तीन की मौत

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला: दुर्गा पूजा के दौरान मंदिर और पंडालों को बनाया निशाना, गोलीबारी में तीन की मौत
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बांग्लादेश में एक बार फिर से हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की खबर सामने आई है। ताजा मामला है चांदपुर जिले की जहां चरमपंथियों की भीड़ ने फेसबुक पर अफवाह फैलने के बाद हिंदू मंदिर पर हमला कर दिया। इस हमले के दौरान कई राउंड फायरिंग भी की गई जिससे तीन हिंदुओं की मौत हो गई। इस घटना पर बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने ट्वीट करके कहा कि 13 अक्तूबर बांग्लादेश के इतिहास का निंदनीय दिन है। अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की गई और हिंदुओं को चोट पहुंचाई गई। हिंदुओं को अब पूजा मंडपों की रखवाली करनी पड़ रही है। आज पूरी दुनिया चुप है। मां दुर्गा अपना आशीर्वाद सभी हिंदुओं पर बनाए रखें। दरिंदो को कभी माफी न करें।

बताया जा रहा है कि बुधवार रात सोशल मीडिया पर हिंदुओं द्वारा कुरान का अपमान करते हुए कथित रूप से एक फेसबुक पोस्ट वायरल हो गई, जिसके बाद धार्मिक कट्टरपंथियों ने कई दुर्गा पंडालों में तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं जब इनका विरोध किया गया तो इन्होंने फायरिंग कर दी जिससे तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं कुरान के अपमान के दावों को नकारते हुए कमिला महानगर पूजा उद्जापोन कमेटी के महासचिव शिबू प्रसाद दत्ता ने बताया कि किसी ने कुरान की एक कॉपी नानुआ दिघीर पार में एक दुर्गा पूजा मंडप में सुबह-सुबह रख दी और उस वक्त गार्ड सो रहा था।

इसके अलावा जिले के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ धार्मिक चरमपंथियों ने दुर्गा पंडालों में पहले कुरान की प्रति रख दी और कुछ तस्वीरें लीं, फिर भाग गए। कुछ घंटों के भीतर उन सभी ने फेसबुक का उपयोग करते हुए भड़काऊ तस्वीरों को वायरल कर दिया।

कई हिंदू भक्तों को पीटा गया

उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और जमात-ए-इस्लाम के कुछ कार्यकर्ताओं की भूमिका का संकेत दिया। चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली, चपैनवाबगंज के शिबगंज और कॉक्स बाजार के पेकुआ में हिंदु मंदिरों पर बेरहमी से हमला किया गया और हिंदू भक्तों को पीटा गया। हिंसक झड़प में कथित तौर पर तीन हिंदू मारे गए हैं, हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।


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