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उत्तर प्रदेश

एक से 31 अक्टूबर तक चलेगा "विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण

एक से 31 अक्टूबर तक चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण
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कलक्ट्रेट सभागार में सीडीओ ने सभी 10 विभागों के साथ की बैठक, दिए कई निर्देश

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष तौर पर अभियान को गति दी जाए : मुख्य विकास अधिकारी

• सात से 21 अक्टूबर तक चलाया जाएगा दस्तक अभियान

• 4500 आशा टीमें बनाई गईं हैं जो घर-घर देंगी दस्तक

• टीबी, कोविड, बुखार, कुपोषण के रोगी किए जाएंगे चिन्हित

• ओआरएस का पैकेट व क्लोरीन की टैबलेट का होगा वितरण

प्रयागराज 23 सितंबर 2022 : जनपद में संक्रामक रोगों से बचाव के लिए एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान का तृतीय चरण चलाया जाएगा। वहीं सात से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलेगा। अभियान के सफल आयोजन के क्रियान्वयन के लिए मुख्य विकास अधिकारी सीपू गिरी की अध्यक्षता में सम्बन्धित सभी दस विभागों की बैठक कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इस अभियान में विभिन्न विभागों के बीच समन्वय के लिए नोडल विभाग बनाया गया है। अभियान का पहला चरण अप्रैल से जून 2022 व दूसरा चरण जुलाई से सितंबर 2022 तक चलाया गया था। सीडीओ सिपू गिरी ने बैठक में सभी विभागों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि "जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष तौर पर अभियान को गति दी जाए। संक्रामक व संचारी रोग अभियान व दस्तक अभियान के इस तीसरे चरण को भी पूर्व चरणों की भाति बेहतर ढंग से चलाया जाए। शिक्षा विभाग विद्यालय में संचारी रोगों के बारे में बच्चों को आसान भाषा में समझाए व पोस्टर, वाद-विवाद, निबन्ध लेखन प्रतियोगिताओं के माध्यम से उन्हें जागरूक करें। आईसीडीएस व स्वस्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से डायरिया, दस्त व इस बार आशा कार्यकर्ता ओआरएस का पैकेट व क्लोरीन की टैबलेट का वितरण करेंगी।

उन्होने कहा कि " इसी प्रकार अभियान को सफल दिशा देने के लिए नगर विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता के उपाय, शुद्ध पेय जल के प्रयोग, मच्छरों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान संचालित करने के साथ क्षेत्रों में फागिंग एवं हाई रिस्क क्षेत्रों में सघन वेक्टर नियन्त्रण एवं संवेदीकरण गतिविधियां सम्पादित करायेगा। पशुपालन विभाग पशुओं के बाडों की साफ-सफाई, कचरा निस्तारण तथा मच्छररोधी जाली के प्रयोग के लिए पशुपालकों को जागरूक करेगा। कृषि एवं सिंचाई विभाग मच्छररोधी पौधों के बीजों वितरण करेगा व अन्य सभी विभागों को जो ज़िम्मेदारी दी गई है उसका निर्वहन करें।

बैठक में सभी विभागों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ नानक सरन ने कहा कि "चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) 7 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक संयुक्त रूप से दस्तक अभियान चलाएँगे। दस्तक अभियान में 4500 आशा टीमें बनाई जाएंगी। प्रत्येक टीम में एक आशा व एक आंगनबाड़ी अपनी संयुक्त भूमिका का निर्वहन करेंगी। प्रत्येक टीम घर-घर जाकर पाँच प्रकार की सूचनाएँ एकत्रित करेगी। यह पाँच प्रकार की सूचनाएँ क्रमबद्ध हैं पहला बुखार के रोगी, दूसरा कोविड के लक्षण वाले रोगी, टीबी के लक्षण वाले रोगी, कुपोषित बच्चे व जिन घरों में मच्छरों का प्रजनन पाया जाए ऐसे घरों की सूची विभाग को उपलब्ध कराएंगी। विभाग सूची के हिसाब से लक्षण वाले व्यक्तियों की सूचना के आधार पर उपचार की व्यवस्था करेगा।"

बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी एसीएमओ, जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह, जिला क्षय रोग अधिकारी ए॰के॰ तिवारी व बेसिक शिक्षा, नगर निगम, पंचायतीराज, कृषि एवं सिंचाई विभाग और पशुपालन विभाग सहित कुल 10 विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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