कांग्रेस ने मंदिर शिलान्यास का अप्रत्यक्ष विरोध किया, इसीलिए काले कपड़े पहने : अमित शाह
कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी नेताओं और समथकों ने काले कपड़े पहने। राहुल-प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं को दिनभर हिरासत में रखा गया। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विरोध के लिए इस दिन को चुना और काले कपड़े पहने, क्योंकि वे अपनी तुष्टिकरण की राजनीति को और बढ़ावा देने के लिए एक संदेश देना चाहते हैं। इसी दिन पीएम मोदी ने राम जन्मभूमि की नींव रखी थी। हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों को निराधार करार दिया है।
#WATCH | Congress chose this day for protest and wore black clothes because they want to give a subtle message to further promote their appeasement politics because on this day itself Prime Minister Modi laid the foundation of Ram Janambhoomi: Union Home minister Amit Shah pic.twitter.com/hopwRSPZht
— ANI (@ANI) August 5, 2022
नेशनल हेराल्ड मामले में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जिम्मेदारी समझनी चाहिए और कानून के अनुसार सहयोग करना चाहिए। शिकायत के आधार पर मामला चल रहा है। जहां तक ईडी का सवाल है, देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति का सभी को सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी होने के नाते कानून का सहयोग देना चाहिए। वो (कांग्रेस) रोज प्रदर्शन करते हैं। मेरा मानना है कि कांग्रेस ने आज के विरोध प्रदर्शन से तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ाया है। आज ED ने आज किसी को तलब नहीं किया लेकिन फिर भी उन्होंने प्रदर्शन किया।
महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस की ओर से किए गए प्रदर्शन पर शाह ने कहा कि कांग्रेस ने आज के दिन काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि आज ही के दिन PM ने राम जन्मभूमि का शिलान्यास किया था। कांग्रेस आज प्रदर्शन कर संदेश देना चाहते हैं कि वो राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं।