#BalisticTestingCentre UP का तीसरा बैलिस्टिक जांच केंद्र वाराणसी में बनकर तैयार

वाराणसी. अब अपराध और अपराधियों की पूरी कुंडली खोली जाएगी. अपराधी ने वारदात के लिए किस असलहे का इस्तेमाल किया? उसकी मारक क्षमता कितनी थी? कितनी दूर से फायर किया गया? कौन सा कारतूस इस्तेमाल किया? ऐसी तमाम गुत्थियों को अब वाराणसी में सुलझाया जाएगा. जी हां, आगरा और लखनऊ के बाद यूपी का तीसरा बैलिस्टिक जांच केंद्र, वाराणसी में बनकर लगभग तैयार है. एक से दो महीने में इसकी शुरुआत हो जाएगी.
माना जा रहा है कि केंद्र के बन जाने से इसका फायदा न केवल वाराणसी जोन के 10 जिलों की पुलिस को मिलेगा बल्कि प्रयागराज और गोरखपुर जोन के भी सभी जिलों में अपराध की गुत्थी पुलिस यहीं सुलझाएगी. वाराणसी के रामनगर स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला में बैलिस्टिक अनुभाग (फायर आर्म्स की जांच) का निर्माण अंतिम चरणों में है. शुभारंभ के बाद फिलहाल यहां छोटे असलहों की जांच होगी. जबकि बाद में बड़े और घातक हथियारों की गुत्थी भी यहां सुलझेगी.
यहां बनी विधि विज्ञान प्रयोगशाला में एक्सपर्ट उन असलहों की जांच करेंगे, जो पुलिस उन्हें सौंपेगी. यहां बनी फायरिंग रेंज में फायर करके और भी अन्य जांच प्रक्रिया के बाद फाइनल रिपोर्ट मिलेगी कि वारदात इसी असलहे से हुई है या नहीं. पूरी बैलिस्टिक यूनिट की सुरक्षा व्यवस्था भी कड़े घेरे से लैस होगी. बिना अधिकारी के परमीशन के कोई भी यहां अंदर नहीं जा सकेगा. सुरक्षा के लिहाज से पहले यहां गेट होगा, पिर शटर और अंत में चैनल से प्रवेश मिलेगी.
यहां दो मंजिला प्रयोगशाला में अत्याधुनिक फायरिंग रेंज भी बन रहा है. विधि विज्ञान प्रयोगशाला रामनगर के डिप्टी डायरेक्टर आलोक शुक्ला ने बताया कि जल्द ही इसके शुरू होने की उम्मीद है. इस जांच केंद्र से पुलिस को बहुत सहूलियत हो जाएगी.