Janta Ki Awaz
चुनाव 2019

बहराइच सीट पर दिलचस्प होगा मुकाबला, प्रचार के आखिरी दिन चुनावी रंग में रंगा पूरा शहर

बहराइच सीट पर दिलचस्प होगा मुकाबला, प्रचार के आखिरी दिन चुनावी रंग में रंगा पूरा शहर
X

भाजपा सपा और कांग्रेस का जनसंपर्क

आनन्द प्रकाश गुप्ता

बहराइच ।लोकतंत्र के सबसे बडा उत्सव 06 मई को होगा। जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, वैसे-वैसे चुनावी समर की सरगर्मिया भी बढ़ती जा रहीं है साथ ही प्रत्याशियों की धड़कने भी तेजी से बढ़ गई है। शनिवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिवस राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। बहराइच में लोकसभा चुनाव का मतदान06 मई को होना है, ऐसे में प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के लिए शनिवार को शाम छह बजे तक का समय निर्धारित था। बहराइच से चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी और उनके समर्थक अंतिम दिन भी चुनाव प्रचार करने का एक मौका छोड़ने से भी नहीं चूके। सनद रहे कि यहाँ से लोकसभा चुनाव में भाजपा से अक्षयवर लाल गोंड,सपा+बसपा महागठबंधन से शब्बीर अहमद बाल्मीकि और कांग्रेस पार्टी से निवर्तमान सांसद सावित्री बाई फुले,प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(लोहिया)से जगदीश कुमार सिंह, राष्ट्रीय क्रांति पार्टी से राम सागर, जनाधिकार पार्टी(यूनाइटेड) से मौजी लाल,शिवसेना की रिंकू साहनी सहित तीन निर्दल चुनाव मैदान में है।वैसे बहराइच लोकसभा की इस संसदीय सीट पर दिलचस्प मुकाबला 06 मई को होने जा रहा है यहाँ भाजपा सपा और कांग्रेस उमीदवार अपने अपने पाले में मतदाताओं को रिझाने की कोई कसर छोड़ नहीं रहे है, जनता के बीच में अपने व्यवहार और विशेष कार्यशैली के चलते जहाँ सपा प्रत्याशी शब्बीर अहमद बाल्मीकि का पलड़ा अधिक मजबूत दिख रहा है वहीं अपने पिछले कार्यकाल के दौरान जातिवादी राजनीति के चर्चित कांग्रेस प्रत्याशी का वोटर साइलेंट होकर मतदान के दिन अपने पत्ते खोले जाने का इंतजार कर रहा है। यदि भाजपा प्रत्याशी अक्षयवर लाल गोंड के पक्ष में जनता की पैठ को देखा जावे तो मोदी फैक्टर केवल सहारा बना हुआ है जो अन्य प्रत्याशियो को कड़ी टक्कर दे रहा है।

शनिवार को अन्य दिन की अपेक्षा प्रत्याशी और उनके समर्थकों में चुनाव प्रचार को लेकर कुछ ज्यादा ही उत्साह रहा। जहा प्रत्याशी नहीं पहुंच पाए वहा उनके समर्थकों ने कमान संभाल ली। शहर में भी चुनावी बयार काफी तेज था। सुबह से ही प्रत्याशियों के प्रचार वाहन सड़क पर निकल गए। पार्टियों के चुनावी मुद्दे भी प्रचार के अंतिम दिन खूब जोर पकड़े। यहा तक कि शहर की गलिया भी प्रचार वाहनों से अछूती नहीं रहीं। चुनावी महासागर में कूदे प्रत्याशियों के प्रचार वाहन हर तरफ दौड़ते दिखाई दिए। हर प्रचार वाहन अपने प्रत्याशी और पार्टी का बखान करते हुए नहीं थक रहा था। प्रत्याशियों को शायद यही लग रहा था कि आज जो अंतिम दिन प्रचार के लिए मिला है उसका एक-एक सेकेंड कीमती है जिसका भरपूर इस्तेमाल करना है।

Next Story
Share it