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अखिलेश बोले- बहुत स्मार्ट निकली BJP, 20 स्मार्ट सिटीज में UP से एक भी शहर नहीं

कन्नौज (यूपी). सीएम ने यूपी से एक भी स्मार्ट सिटी न चुने जाने पर नाराजगी जाहिर की है। रविवार को कन्नौज के एक प्रोग्राम में अखिलेश यादव ने कहा, "बीजेपी वाले तो बड़े स्मार्ट निकले। यूपी को एक भी स्मार्ट सिटी नहीं दी। कम से कम यूपी की राजधानी लखनऊ को ही स्मार्ट सिटी में ले लेते।" बता दें, केंद्र सरकार ने गुरुवार को पहली 20 स्मार्ट सिटीज का एलान कर दिया। इस लिस्ट में यूपी, बिहार और प. बंगाल जैसे राज्यों से एक भी शहर नहीं है, जबकि एमपी से तीन शहर हैं।

अखिलेश ने और क्या कहा...
- बीजेपी स्मार्ट सिटी की बात कर रही है, लेकिन यूपी की अनदेखी कर रही है।
- देश के पहले फेज में 100 स्मार्ट सिटी में यूपी को 29 वां नंबर दिया गया है।
- लखनउ को मानकों के हिसाब से 53.24 नंबर मिले।
- मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी को सिर्फ 40 अंक मिले थे।
- वाराणसी यूपी में सब शहरों में फिसड्डी था। उसकी रैंक 96 थी।

मीडिया तय करे- दिल बड़ा या दल
- अखिलेश ने अमर सिंह को लेकर दिए गए मुलायम के बयान का जिक्र भी किया।
- उन्होंने कहा, "नेताजी ने जो कहा है, वह बहुत बड़ी बात है। अब मीडिया को तय करना है कि दिल बड़ा होता है या दल।ठ
- बता दें, मुलायम ने कहा है कि अमर सिंह दल में बेशक नहीं हैं, लेकिन उनके दिल में हमेशा रहेंगे। उन्हें सिर्फ पार्टी से निकाला गया है। दोनों का साथ काफी दूर तक जाएगा।
मोदी और मायावती पर ली चुटकी
सीएम ने मोदी और मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, "अच्छे दिन तो कहीं दिख नहीं रहे, न ही बुआ जी दिख रही हैं। उनका तो कोई पता ही नहीं।"
ये 20 सिटीज, जिन्हें फर्स्ट फेज में बनाया जाएगा स्मार्ट....
1. भुवनेश्वर 2. पुणे 3. जयपुर 4. सूरत 5. कोच्चि 6. अहमदाबाद 7. जबलपुर 8. विशाखापट्टनम 9. सोलापुर 10. दावणगेरे 11. काकीनाड़ा 12. नई दिल्ली, 13 इंदौर, 14. कोयम्बटूर,15. बेलगाम, 16. उदयपुर, 17. गुवाहाटी, 18. लुधियाना 19. चेन्नई 20. भोपाल
क्या हैं स्मार्ट सिटी के बेसिक प्रिंसिपल?

-क्वालिटी ऑफ लाइफ
- इन्वेस्टमेंट
-नौकरी
-ट्रांसपोर्ट
-रिहाइश
-वाईफाई कनेक्टिविटी
-हेल्थ
-एजुकेशन
यूपी से एक भी शहर नहीं चुने जाने पर मेयर ने क्या कहा?
इस मामले में लखनऊ नगर निगम के मेयर दिनेश शर्मा का कहना है, "यूपी के किसी भी स्मार्ट सिटी को नहीं चुने जाने पर इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। सच्चाई ये है कि इसे निजी एजेंसी ने मानकों के आधार पर चुना है। अगर इसमें कोई भेदभाव होता, तो पीएम अपने क्षेत्र को तो स्मार्ट सिटी में ले सकते थे, लेकिन स्मार्ट सिटी में वाराणसी भी नहीं है।"
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