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उत्तर प्रदेश

सड़कों पर छोटे-छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, के साथ प्रवासी पैदल चल रहे हैं यह दृश्य देखकर हृदय द्रवित हो गया : ललितेश त्रिपाठी

सड़कों पर छोटे-छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, के साथ प्रवासी पैदल चल रहे हैं यह दृश्य देखकर हृदय द्रवित हो गया : ललितेश त्रिपाठी
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मीरजापुर

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी ने जिले के सभी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संवाददाताओं से जूम ऐप के जरिए प्रेस वार्ता कर वैश्विक महामारी कोरोना और लॉकडाउन से जनपद में उत्पन्न समस्याओं और जरूरतों पर विस्तार से चर्चा किए।

पैदल चल रहे मजदूरों को लेकर हुयी चर्चा

राष्ट्रीय महासचिव प्रभारी उत्तर प्रदेश संगठन प्रियंका गांधी के अनुरोध पर राजस्थान से प्रदेश में आए 1000 बसों को वापस भेजने प्रवासियों की समस्या ,जिले के पहाड़ी अंचलों में इस भीषण गर्मी के दौर में उत्पन्न पेयजल की समस्या ,पैदल अपने घरों को लौट रहे प्रवासी मजदूरों ,कामगारों को रोटी -रोजी, संसाधन जैसे ज्वलंत प्रश्नों पर विस्तार से विचार विमर्श हुआ। जिसमे राजस्थान सरकार द्वारा भेजे गए 1000 बस को वापस भेजने के मुद्दे पर जवाब देते हुए ललितेश पति त्रिपाठी ने कहां कि यह सवाल उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा जाना चाहिए 48 घंटे से खड़ी बसों का जनहित में उपयोग ना कर वापस भेज कर उन्होंने किस बुद्धिमत्ता का परिचय दिया, जब उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया था कि हमारे पास पर्याप्त संसाधन हैं तो फिर उन्होंने पैदल चल रहे प्रवासी मजदूरों कामगारों को संसाधन मुहैया क्यों नहीं करवाया, आज सड़कों पर छोटे-छोटे बच्चों गर्भवती महिलाओं के साथ प्रवासी पैदल चल रहे हैं यह दृश्य देखकर हमारे जैसे जनप्रतिनिधियों का हृदय द्रवित हो उठा है।

पेयजल की समस्याओं को लेकर हुयी चर्चा

सिंचाई और पेयजल की समस्या को लेकर संवाददाताओं द्वारा किए गए सवाल का जवाब देते हुए ललितेश पति त्रिपाठी ने कहा की जिले के पहाड़ी अंचलों में हर वर्ष गर्मी के दिनों में जल स्तर नीचे चला जाता है ,सरकार ने पहले से ही क्यों नहीं तैयारी की थी आज राजगढ़ ,मड़िहान, हलिया, लालगंज , पहाड़ी, नारायणपुर व जमालपुर जैसे ब्लॉक में अधिकांश जगहों पर पेयजल की समस्याएं पैदा हो गई है ,सरकार को उस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना से निपटने के लिए बार-बार हाथ धोने का सुझाव दिया जा रहा है, जहां पीने के पानी के लिए लोग 5-7 किमी पैदल जा रहे हैं वे हाथ क्या धोएंगे। अधिकारियों को समझना चाहिए कि ग्रामिणों के घर नल की टोटी नहीं है कि घुमाया और पानी मिलना शुरू हो गया।

मनरेगा के सवाल पर प्रदेश उपाध्यक्ष ललितेश पति त्रिपाठी ने कहा यह प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि मनरेगा के माध्यम से मजदूरों को रोजगार देकर पारदर्शिता रखते हुए उनके आए की व्यवस्था सुनिश्चित करें जिससे मजदूर भुखमरी का शिकार ना हो।

ललितेश त्रिपाठी ने स्पष्ट रूप से मीडिया के साथियों को बताया कि अगर देश के किसी भी कोने में मिर्जापुर जनपद का रहवासी कहीं फसा है ,वह अपने घर आना चाहता है तो हमारे कार्यकर्ताओं से संपर्क कर हमें सूचित कराएं हम उनको संसाधन मुहैया कर जनपद में लाने की जिम्मेदारी लेते हैं, साथ ही जनपद के अंदर अगर कहीं कोई भूखा प्यासा सो रहा है तो वह हमारे कार्यकर्ताओं से संपर्क कर सूचित करें हम उसके खाने पीने की व्यवस्था कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कराने के लिए संकल्पित हैं।

रिपोर्ट:बृजेन्द्र दुबे मीरजापुर

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