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उत्तर प्रदेश

मन की बात से मिली ऐसी प्रेरणा, गरीब बेटी की साफ़ हो गई नियत

मन की बात से मिली ऐसी प्रेरणा, गरीब बेटी की साफ़ हो गई नियत
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भदोही


उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात एक गरीब बेटी के दिलो दिमाग में ऐसा छाया कि मन की बात की प्रेरणा से उसकी नियत ही बदल गई। और ईमानदारी की एक मिशाल कायम की। जो जिले में सराहना का विषय बना हुआ है। गरीब बेटी द्वारा कायम किये गए इस मिसाल पर अब लोग उसे सम्मानित कराने की बात कह रहे हैं। दरअसल मामला उत्तर प्रदेश के कालीन नगरी भदोही जिले के गोपीगंज की है। जहां फुटपाथ पर सब्जी बेचने वाली बेहद गरीब तारा देवी के दुकान के सामने एक झोला पड़ा उसे मिला। झोला उठाकर देखा तो उसमें 70 हजार रूपया मौजूद था। झोले में मिले पैसे की जानकारी गरीब तारा देवी ने अपने पास-पड़ोस के दुकानदारों को दते हुए पैसों से भरे झोले को अपने पास रख लिया। और असल मालिक के आने का इंतेजार करने लगी। तारा देवी का पति कालीन बुनकर मजदूर है। और वह अपना परिवार पालने के लिए खुद गोपीगंज के मिर्जापुर रोड पर सड़क किनारे फुटपाथ पर सब्जी बेचती है। तीन बच्चों के साथ किराये के मकान में रहकर अपनी जिंदगी की गाड़ी को खींच रही है। लेकिन इतनी बड़ी रकम पाने के बावजूद भी उसकी नियत नहीं डगमगायी। थोड़ी ही देर बाद बेसुध एक वृद्ध व्यक्ति बदहवाश होकर इधर-उधर सड़क पर घूम रहा था। पता चला कि पैसों से भरा झोला उसका गिर गया है। तारा देवी ने उसे अपने पास बुलाया और बात की। जब तारा देवी ने उसे झोला दिखाया तो उसके आंखो से आंसू गिरने लगे। महिला ने पास-पड़ोस के लोगों से पूरी तरह तस्दीक होने के बाद झोले के असल मालिक गोपीगंज क्षेत्र के बरजी गांव निवासी साधू पाण्डेय को सौंप दिया। इस सम्बन्ध में जब तारा देवी से बात की गई तो उसने बताया कि पैसे को लेकर लालच तो हर किसी के मन में रहता है। लेकिन उसके मन से लालच उस वक्त खत्म हो गई जब उसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात सुनी थी। उसने बताया कि अभी हाल में पीएम मोदी ने मन की बात में फुटपाथ से अर्श पर पहुँचने वाली एक महिला चित्रकार का जिक्र कर रहे थे। पीएम मोदी हुनरहाॅट में पहुंचकर फुटपाथ पर चित्रकारी बनाने वाली महिला की तारीफ कर रहे थे। बस यहीं से उसकी नियत साफ हो गई। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुंह से फुटपाथ पर काम करने वाली एक महिला का जिक्र सुन उसका सीना चौड़ा हुआ है। जब हमने रूपयों से भरा झोला पाया तो हमारे मन में एक मिसाल कायम करने की ललक जागी। और हमने पैसे को असल मालिक को वापस कर दिया। अब इस महिला की जहां चहुंओर सराहना हो रही है। वहीं जिले के सामाजिक कार्यकर्ता विजय साहू का कहना है कि इस गरीब महिला ने ईमानदारी की एक मिसाल कायम की है। अब इस महिला को किसी समारोह में सम्मानित कराया जाएगा।

रिपोर्ट:-बृजेन्द्र दुबे

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