Janta Ki Awaz
व्यंग ही व्यंग

सीएबी/सीएए के बारें में नहीं पता सच्चाई ....

सीएबी/सीएए के बारें में नहीं पता सच्चाई ....
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विपक्षी हताश ।

जमीन रहें तलाश ।।

जनता को दिया भड़का ।

आग दिया लगवा ।।

इनके इरादे को ।

करना होगा पर्दाफाश ।।

सीएबी/सीएए के बारें ।

में नहीं पता सच्चाई ।।

मौकापरस्त नेता ।

खोद रहे हैं खाई ।।

सेंक रहे हैं रोटिया ।

राजनीति के आड़ में ।।

मचा रहे हैं उत्पात ।

गुंडों की आड़ में ।।

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