Janta Ki Awaz
व्यंग ही व्यंग

पुत्र मोह की आह...कांग्रेस हुई वाह !

पुत्र मोह की आह...कांग्रेस  हुई वाह !
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वर्षों की दोस्ती ।

पल में दिया तोड़ ।।

सत्ता के वास्ते ।

सहयोगी दिया छोड़ ।।

कुर्सी खातिर ।

लगा रहा दौड़ ।।

पुत्र मोह की आह ।

मुख्यमंत्री की चाह ।।

दरकिनार कर दिया ।

बाला साहब की राह।।

भुला कर दुश्मनी ।

कांग्रेस से बात बनी ।।

जनादेश कर अपमान ।

भांड में जाये जनता महान ।।

अभय सिंह

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