देश की तरक्की के लिए यह खबर अहम, डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 14.4 फीसदी बढ़ा
BY Anonymous10 Dec 2017 1:35 AM GMT
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Anonymous10 Dec 2017 1:35 AM GMT
दस दिनों के अंदर मोदी सरकार के लिए दूसरी अच्छी खबर है। आर्थिक मोर्चे पर देश की तरक्की के लिए यह खबर अहम है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के मुताबिक मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में प्रत्यक्ष कर संग्रह में 14.4 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। सीबीडीटी के नए आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर की अवधि में प्रत्यक्ष कर संग्रह 14.4 प्रतिशत बढ़कर 4.8 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा, "नवंबर, 2017 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार शुद्ध कर संग्रह 4.8 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 14.4 प्रतिशत अधिक है।"
बयान के अनुसार शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह चालू वित्त वर्ष के लिए कुल बजट अनुमान 9.8 लाख करोड़ रुपये का 49 प्रतिशत बैठता है। वहीं सकल संग्रह (रिफंड को समायोजित किए जाने से पहले) 10.7 प्रतिशत बढ़कर 5.82 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अप्रैल-नवंबर के दौरान 1.02 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है।
बता दें कि किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा सरकार को डायरेक्ट दिया जाने वाला टैक्स ही डायरेक्ट टैक्स कहलाता है। इसमें आयकर का सबसे बड़ा हिस्सा होता है। आय कर के अलावा निगम कर या संपत्ति कर भी प्रत्यक्ष कर के दायरे में आता है। गुजरात विधान सभा चुनावों के बीच महंगाई और बेरोजगारी के सवाल पर घिरी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के लिए 10 दिनों के अंदर यह दूसरी राहतभरी खबर है।
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