Janta Ki Awaz
भोजपुरी कहानिया

भोजपुरी के सुप्रसिद्ध गीत "रात दिया बुता के पिया क्या-क्या किया" की व्याख्या

भोजपुरी के सुप्रसिद्ध गीत रात दिया बुता के पिया क्या-क्या किया की व्याख्या
X
प्रश्न - भोजपुरी के सुप्रसिद्ध गीत "रात दिया बुता के पिया क्या-क्या किया" की सप्रसंग व्याख्या करें। - (10 अंक)

उत्तर - प्रस्तुत वैवाहिक गीत "रात दिया बुता के पिया क्या-क्या किया" को 2017 में आई भोजपुरी की सुपरहिट फिल्म पवन सिंह अभिनीत 'सत्या' से लिया गया है। बक़ौल यूट्यूब, इस गीत को अब तक 109 मिलियन यानी दस करोड़ नब्बे लाख लोग देख और सुन चुके हैं।

इस गीत की एक उपलब्धि ये भी है कि इसे पूर्वांचल, बिहार तथा झारखंड के सम्पूर्ण इलाकों में 2017 की शादियों में और खरवास के दौरान भी हुमच्च के बजाया गया है। इतना बजाया गया है कि कहीं कहीं से तो डीजे के फटने की भी शिकायत दर्ज कराई गई है।

इस गाने में संगीत दिया है ठेही ठाकुर उर्फ छोटे बाबा ने, बोल लिखें हैं महाफुहर कवि बिनय बिहारी, मनोज मतलबी, सुमित चंद्रवंशी, विभाकर पांडेय, अरुण बिहारी और विनय निर्मल ने। बड़का बबुआन पवन सिंह और आम्रपाली दुबे उर्फ 'निरहुआ बो' के ऊपर इसके वीडियो को फिल्माया गया है तथा इस श्लील कालजयी गीत को पवन सिंह और अनु उपाध्याय ने अपनी अश्लील आवाज से अमर किया है।

इस गीत ने शादी के बाद होने वाली रस्मों की ओर युवाओं का ध्यान खींचा है और साथ ही साथ गीत के माध्यम से एक प्रेरणादायक तथा हृदयस्पर्शी संदेश भी देने की कोशिश की गई है।

गीत की एक व्याख्या प्रस्तुत है.

"जब मैं आई सुहाग वाली रात रे
उसने चुम्मे से किया शुरुआत रे"

प्रस्तुत पंक्ति से स्पष्ट है कि नायिका अपनी मित्राणी (बेस्टी) को अपने शादी के बाद वाले रस्मों रिवाजों से अवगत करा रही है। नायिका कहती है कि शादी के तमाम उबाऊ रस्म निभाने के बाद जब मैं थकी-हारी अपने शयनकक्ष में नींद की आगोश में समाने वाली थी तभी उस पतिदेव रूपी ज़ालिम ने किसी विशेष कार्य को अंजाम देने के उद्देश्य से चुम्बन के साथ शुरुआत करने की ठान ली।

"पहले घूंघटा उठाया फिर बेड पे सुलाया और कमर में दरद दिया"

नायिका अपनी मित्राणी को आपबीती सुनाते हुए आगे कहती है कि उस पतिदेव रूपी ज़ालिम ने पहले मेरा घूंघट उठाया और मेरे चांद से सुन्दर चेहरे का मन भर दीदार किया। फिर जब उसे किसी कारण मेरी थकान का अंदाज़ा हुआ तो उसने मुझे बड़े प्यार से मेरे ही पप्पाजी द्वारा दहेज में दिए गए पच्चीस हजार रुपये के बेड पे सुलाया। लेकिन न जाने क्यों मेरे लेटते ही अचानक मेरी कमर में दर्द की एक लहर दौड़ गई और मैं बेसुध हो गई।

"रात दिया बुता के पिया क्या-क्या किया"

अब तक नायिका के उपरोक्त वार्तालाप से हम समझ रहे थे कि नायिका अपनी आपबीती अपनी मित्राणी को सुना रही है। लेकिन नहीं दोस्तों, हम यहाँ चकमा खा गए। दरअसल इस गीत में उपरोक्त पंक्ति जिससे कि एक प्रश्नवाचक पंक्ति होने का बोध हो रहा है उसे पवन सिंह नामक किसी तथाकथित 'मर्द' ने पूछा है। इससे इस बात की पुष्टि होती है कि नायिका यह वार्तालाप अपने एक्स-बॉयफ्रेंड से कर रही है। खैर, नायिका के एक्स-बॉयफ्रेंड का सवाल यह है कि, "उस रात जब तुम्हारी कमर में दर्द उठा तो दीया (दीपक) जल रहा था लेकिन उसके तुरंत बाद ही दीया बुझाने के बाद कौन कौन सी रस्में निभाई गयी? क्या उस ज़ालिम ने तुम्हारी कमर में आयोडेक्स लगाया?
वो तथाकथित 'मर्द', जो नायिका का एक्स-बॉयफ्रेंड है उसे इस बात की जिज्ञासा कम है कि कौन कौन सी रस्में निभाई गयी...उसे इस बात की चिंता ज्यादा सता रही है कि नायिका के पतिदेव रूपी ज़ालिम ने नायिका की आयोडेक्स से मालिश की या नहीं?
यहां यह बात काबिल-ए-गौर है कि नायिका के एक्स-बॉयफ्रेंड ने बड़ी शिद्दत से नायिका से मोहब्बत की थी।

"डाका डाल दिया पहली मुलाकात में"

यहाँ नायिका अपने एक्स-बॉयफ्रेंड के सवालों को नजरअंदाज करते हुए आपबीती सुना रही है।
नायिका दुख जताते हुए अपने एक्स से कहती है कि, "हे प्रिय, हे हृदयकण हम और तुम इतने साल साथ रहकर भी जिओ की सिम के कारण बातचीत के अलावा और कुछ न कर सके, मगर इस ज़ालिम ने तो पहली मुलाकात में ही मेरे हुस्न पे डाका डाल दिया।"

"कैसा कैसा फील हुआ आधी आधी रात में"

अब नायिका के एक्स को नायिका की आपबीती में रोमांच आने लगा है। वो बड़ी जिज्ञासा के साथ नायिका से पूछ रहा है कि, "हे प्राणप्रिये, तुम्हें उस ज़ालिम के साथ आधी रात में कैसी अनुभूति हुई?"

"उसने उंगली दबाई मैं बहुत छटपटाई
मुझे रात में ना सोने दिया"

वार्तालाप के दौरान जब नायिका को आभास हुआ है कि उसके एक्स को आपबीती में रस या रहा है तो नायिका आगे कहती है, "हे प्राणप्रिय, वो ज़ालिम मुन्ना माटसाब की भांति मेरी उंगलियाँ दबा रहा था और इस कारण मैं खूब छटपटा रही थी। उस ज़ालिम को मेरी उंगलियां दबाने में और मेरे छटपटाने से न जाने क्या मजा मिल रहा था..अंततः उसके इस कुकृत्य के कारण मैं सारी रात सो न सकी।"

"रात दिया बुता के पिया क्या-क्या किया"

खैर, बातों ही बातों में जब नायिका के एक्स को उसके कमर दर्द वाली बात याद आती है तो वह फिर से पूछ पड़ता है कि, "उस रात दीया बुझाने के बाद क्या तुम्हारे पति ने अंधेरे में आयोडेक्स से तुम्हारी मालिश की?"

"रात झकझोरी में तोड़ दिया चूड़ी"

नायिका को अचानक कुछ याद आता है और वो अपने पूर्व प्रेमी के भावपूर्ण प्रश्नों को नजरअंदाज करते हुए आगे अपनी व्यथा का व्याख्यान करती है, "हे मेरे दिल के परमानेंट किराएदार! क्या तुम्हें पता है कि उस ज़ालिम ने रात को मुझसे बदसुलूकी की और झगड़ा भी किया, और इस ऊहापोह में उसने मुझे जोर से झकझोरा जिससे कि मेरी ब्रैंड न्यू लाल चूड़ी टूट गई"

"हमको बता दे रानी क्या थी मजबूरी"

नायिका के इस व्यथा को सुनकर नायिका के पूर्व प्रेमी के दिल से एक आह निकल गयी है और वो अपनी प्राणप्यारी के साथ हो रही ज्यादती के कारण अपनी आंखों में आंसू लाते हुए धीरे से पूछता है, "ऐसा क्या हुआ था उस रात? आखिर उसकी कौन सी ऐसी मजबूरी थी जिससे कि उस कमीने ने तुम्हे झकझोर कर तुम्हारी चूड़ी तोड़ दी?"

"जब कुंडी लगाया मेरा दिल घबराया
मौका पा के मजा ले लिया"

खैर, नायिका अपने पूर्व प्रेमी के सवालों का जवाब तो देना चाहती है मगर तभी वो देखती है कि गली के चौराहे से उसका ज़ालिम पति आवारागर्दी करने के बाद उसके पप्पाजी द्वारा दहेज में दिये हुए बजाज पल्सर लेकर घर की तरफ ही आ रहा है। इससे घबराई नायिका अपने पूर्व प्रेमी को संक्षिप्त में ही सबकुछ बता देना चाहती है..सो, नायिका कहती है, "उस रात जब उस ज़ालिम ने दरवाज़े की कुंडी लगाई तो मेरा दिल घबरा उठा और उस ज़ालिम ने मुझे डरता हुआ देखकर एक ज़ोरदार ठहाका लगाया और कुछ इस तरह उसने मौका पाकर मजा ले लिया।"

"रात दिया बुता के पिया क्या-क्या किया"

नायिका के एक्स को इन बातों में कोई दिलचस्पी नहीं दिखती है और वो अपने सवाल के जवाब की तलाश में एक बार फिर वही सवाल दोहराता है - "उस रात दीया बुझाने के बाद क्या तुम्हारे पति ने अंधेरे में आयोडेक्स से तुम्हारी मालिश की?"

और जवाब मिलने की जगह अचानक से फोन कट जाता है...शायद उसका पति जोर-जोर से हॉर्न देकर नायिका को घर का मेन गेट खोलने को बोल रहा है!
______________

समाप्त

परीक्षार्थी - मूसन प्रसाद 'थेथर'
कक्षा - दसवीं
अनुक्रमांक - 1234567
कमरा नम्बर - भुंइया बईठ के लिखत हईं
विषय - हिन्दी
स्कूल - खेदन राम नारायण इंटर कॉलेज, फेफना, बलिया
________

रितिक आर चौहान
Next Story
Share it