'हनुमान सेना' ने लगाए 'योगी-योगी' के नारे

लखनऊ: 2017 यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. हर पार्टी इसे लेकर अपनी पूरी ताकत झोंककर अपने शक्ति प्रदर्शन में लगी है. इसीक क्रम में शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह जब यूपी की राजधानी लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान हॉल में पहुंचे तो कार्यकर्तओं का जोश देख कर गदगद हो गए. मंच पर माईक संभालते हुए वो बोल पड़े कि "ये तो हमारी हनुमान सेना है, जिसने मोदीजी को पीएम बनाया और अब यूपी में भी हमारी सरकार बनेगी."
अचानक भीड़ से आवाज आयी, "यूपी की मजबूरी है, योगी आदित्यनाथ जरूरी है." जिसे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हाथ के इशारे से शांत रहने को कहा. बीजेपी अध्यक्ष ने फिर बोलना शुरू किया तो हॉल के एक कोने से नारे लगने लगे "योगी तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ है." चालीस मिनट के अमित शाह के भाषण में भीड़ लगातार योगी के समर्थन में नारे लगाती रही.
आपको बता दें कि जिस समय लखनऊ में योगी आदित्यनाथ के समर्थन में नारे लग रहे थे, उस वक्त खुद योगी आदित्यनाथ राजधानी से करीब 540 किलोमीटर दूर बिजनौर में भाषण दे रहे थे.
यूपी में सबसे बड़ी मुसीबत
अमित शाह के भाषण के बीच लगे नारे ही पार्टी के लिए यूपी में सबसे बड़ी मुसीबत है. इस चुनौती से कैसे 'पार' पाया जाए पार्टी अब तक कोई 'तोड़' नहीं ढूंढ पायी है. विधान सभा चुनाव के लिए बीजेपी से मुख्य मंत्री का चेहरा कौन हो? इस पर फैसला होना बाकी है.
यूपी के 'सच का सामना'
अब तक सिर्फ यही तय हुआ है कि बिहार की गलती नहीं दुहरायी जाएगी. किसी ना किसी नेता को सीएम के तौर पर जरूर पेश किया जाएगा. कभी राजनाथ सिंह का नाम उछलता है तो कभी मनोज सिन्हा का. वरुण गांधी के समर्थकों ने अपने 'बॉस' के लिए कैम्पेन चला रखा है. तो हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता गाँव गाँव घूम कर योगी आदित्यनाथ के लिए माहौल बना रहे है. लेकिन लखनऊ में जो कुछ हुआ, वो पहला मौक़ा था जब खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को यूपी के 'सच का सामना' करना पड़ा.