वर्चुअल रैली के द्वारा।
नीतीश किये संवाद।।
गिनाए उपलब्धियां।
किए 15 साल याद।।
क्राइम, कम्युनलिज्म।
करप्शन नहीं बर्दाश्त।।
जनता की सेवा धर्म।
निभाते रहता हूं काम।।
इशारों में हमला।
बगैर लिए नाम।।
मिला था जब मौका।
क्यों नहीं किये काम?
राजद बनाम राजग।
बतलाएं दोनों में फर्क।।
चक्कर में नही आना।
युवा पीढ़ी रहे सतर्क।।
बेहतरी के लिए किया।
हो जाएगा सब ध्वस्त।।
मिली थी जब सत्ता।
तब थे वो मदमस्त।।