बीजेपी एक बार फिर विस्तारकों का सहारा लेगी विधानसभा चुनाव में

Update: 2021-08-13 02:17 GMT

लखनऊ. यूपी में मिशन 2022 को पूरा करने के लिए बीजेपी एक बार फिर विस्तारकों का सहारा लेगी. प्रदेशभर मे विस्तारकों का चयन चल रहा है. सभी विधानसभा क्षेत्रों में विस्तारक तैनात किए जा रहे हैं, जिनको प्रशिक्षित करने का काम भी चल रहा है. विस्तारकों की भूमिका क्या होगी? इस सवाल पर बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक कहते हैं कि विस्तारकों की भूमिका निचली इकाइयों यानी मंडल, सेक्टर और बूथ स्तर की ईकाइयों को सक्रिय करने मे होगी. वे कहते हैं कि विस्तारक बीजेपी के लिए पूर्णकालिक काम करने वाले सदस्य हैं जो पार्टी इकाई से अलग हैं.

पाठक ने बताया कि विस्तारकों की चयन प्रक्रिया चल रही है. प्रयास है कि इस माह से सभी विस्तारक अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच जाएं. सभी का चयन नए सिरे से किया गया है. यह पूरा समय देकर पार्टी के लिए काम करेंगे. विस्तारक सेक्टर, बूथ और मंडल स्तर पर संपर्क संवाद स्थापित करेंगे. समय-समय पर इनकी भूमिका बदलती रहेगी.

कौन बनते हैं विस्तारक…

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के आनुषंगिक संगठन जैसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (AVBP), विश्व हिन्दू परिषद (VHP), बजरंग दल जैसे ही अन्य इकाइयों से जुड़े सदस्य जो पूर्णकालिक काम करने की इच्छा रखते हों, वही विस्तारक बनाए जाते हैं, जिनकी रिपोर्टिग स्थानीय स्तर पर ना होकर सीधे प्रदेश कार्यालय को होती है.

विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में कैंप करेंगे विस्तारक

बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव सहायक रखे गए थे. ये कल्पना बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की थी. बाद मे चुनाव सहायक का नाम विस्तारक रखा गया. इस बार भी योजना के अनुसार विस्तारक विधानसभा क्षेत्र में चुनाव सम्पन्न होने तक स्थायी रूप से निवास करेंगे. उनके निवास और भोजन की जिम्मेदारी संगठन उठाएगा. ये पार्टी के उच्च पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच संवाद की कड़ी भी बनेंगे. विस्तारकों के प्रशिक्षण के लिए कार्यशाला लगेगी. इस दौरान उनके क्षेत्र और कार्य के बारे में बताया जाएगा. पार्टी का मकसद युवाओं को तरजीह देना है. चूंकि चुनाव तक पूर्णकालिक कार्यकर्ता के तौर पर कार्य करना होगा, इसलिए चयन के कार्यकर्ताओं की पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी ध्यान में रखा जाएगा.

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