3 दिन तक पिता के शव के पास रोते रहे बच्चे, मदद नहीं मिली तो ठेले पर रखी लाश फिर..

Update: 2025-08-26 10:58 GMT

महराजगंज। दवा के अभाव में घुट-घुट कर मरे नौतनवा के राजेंद्र नगर वार्ड निवासी लव कुमार पटवा (50) का शव तीन दिन तक घर में पड़ा रहा। समाजसेवा की ढोल पीटने वाले जनप्रतिनिधि हों या अधिकारी।

किसी ने भी मदद के लिए हाथ आगे नहीं बढ़ाया। उनके दो बच्चे राजवीर (14 )व देवराज (10 ) तीन दिन तक पिता के शव के पास बैठ कर मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन सभी ने इनकी गुहार अनसुनी कर दी। अंत में ठेले पर पिता का शव रखकर दोनों बेटे नदी में प्रवाहित करने के लिए निकल गए।

अभी वह छपवा चौराहे पर पहुंचे ही थे कि सभासद वारिश कुरैशी व सभासद प्रतिनिधि राशिद कुरैशी की नजर इन बच्चों पर पड़ी। दाेनों ने किसी तरह लकड़ी का इंतजाम कर लव कुमार पटवा का अंतिम संस्कार कराया।

राजेंद्र नगर वार्ड में लव कुमार अपने दोनों बेटों के साथ रहते थे। जबकि पड़ोस के मोहल्ले में उनकी बेटी अपनी दादी के साथ रहती है। लव कुमार पटवा की पत्नी का निधन दो वर्ष पूर्व हो गया था। तभी से दोनों बेटों को अपने पास रखकर वह पालन पोषण कर रहे थे। जीवन-यापन के लिए वह चूड़ी बेचते थे।

लव कुमार पटवा कुछ दिन पूर्व बीमार पड़े तो बिस्तर छोड़ खड़ा नहीं हो पाए। बच्चों ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से अस्पताल में दिखाने का भी प्रयास किया,लेकिन उनकी सेहत दिनों दिन खराब होती चली गई।

तीन दिन पहले जब उनकी मृत्यु हुई तो बच्चों के पास इतना सामर्थ्य नहीं था कि वह पिता का अंतिम संस्कार कर सकें। सोमवार को जब दोनों बच्चे शव को ठेले पर रखकर नदी में प्रवाहित करने के लिए जा रहे थे तभी लोगों की नजर उस पर पड़ी। एसडीएम नवीन प्रसाद ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। जांच की जा रही है।प्रशासन द्वारा स्वजन को हर संभव मदद की जाएगी।

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