संसद भवन में PM मोदी की अध्यक्षता में बड़ी बैठक, अमित शाह-जेपी नड्डा और राजनाथ समेत ये नेता शामिल
संसद का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हो गया है. इस बीचसंसद परिसर में पीएम मोदी के ऑफिस में उनकी अध्यक्षता में बड़ी बैठक चल रही है. इसमें गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण, किरेन रिजिजू और अर्जुन मेघवाल भी मौजूद हैं. संसद सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि ये मानसून सत्र एक विजयोत्सव है. पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति देखी है.
सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने संसद परिसर में कई उपलब्धियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बम और बंदूक पर संविधान की जीत हो रही है. तेजी से नक्सलवाद कम हो रहा है. रेड जोन धीरे-धीरे ग्रीन जोन में बदल रहा है. ये सत्र देश के लिए बहुत गर्व वाला है. ये विजयोत्सव जैसा है. देश के सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत सौ फीसदी टारगेट को प्राप्त किया है. पूरी दुनिया ने हमारे सुरक्षाबलों का सामर्थ्य देखा.
देश हित में मन जरूर मिलें
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद विभिन्न देशों में देश का पक्ष रखने गए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों की सराहना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि इन प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के आका पाकिस्तान को बेनकाब किया है. मैं सभी सांसदों और पार्टियों की देशहित में किए गए इस काम की सराहना करता हूं. सभी पार्टियों का एजेंडा अलग-अलग है, दल हित में मत भले ना मिलें लेकिन देश हित में मन जरूर मिलें.
22 मिनट में आतंकियों का खात्मा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत हमारे सुरक्षाबलों ने केवल 22 मिनट में आतंकवादियों का खात्मा करने के साथ ही उनके ठिकानों को जमींदोज कर दिया. पीएम ने भरोसा जताया कि मानसून सत्र में सभी सांसद एकता और विजय की भावना के साथ देश की सैन्य शक्ति, जन-प्रेरणा और मेड इन इंडिया रक्षा क्षमताओं को मजबूती देने वाले भाव को मुखरता से पेश करेंगे.
हमारा संविधान जीत रहा है
प्रधानमंत्री मोदी ने नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की निर्णायक कार्रवाई का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि लंबे समय से देश में नक्सलवाद रहा. मगर आज नक्सलवाद सिकुड़ रहा है. कल तक जो रेड कॉरिडोर थे वो आज ग्रोथ जोन में बदल रहे हैं. सुरक्षा बल नक्सलवाद के खात्मे के लक्ष्य के साथ उत्साह के साथ आगे बढ़ रहे हैं. गर्व से कह सकता हूं कि देश के कई जिले अब नक्सलवाद से बाहर आ चुके हैं. हमारा संविधान जीत रहा है.