गिलौला बाजार में गूँजा – “साईं राम, साईं श्याम” का संदेश- शोभायात्रा का जगह जगह हुआ भव्य स्वागत

Update: 2025-09-06 07:23 GMT


सीताराम गुप्ता

श्रावस्ती। सत्य साईं बाबा की रथ यात्रा शुक्रवार को श्रद्धा और आस्था का संदेश लेकर जब गिलौला बाजार पहुँची तो पूरा इलाका भक्तिरस में सराबोर हो उठा। रात्रि विश्राम किसान इंटर कॉलेज परिसर में हुआ और सोमवार की सुबह साईं भक्ति के स्वर बाजार की गलियों में गूंजने लगे।

भोर से ही श्रद्धालु सड़कों पर कतारबद्ध खड़े नज़र आए। जैसे ही रथ यात्रा सुविखा पहुँची, रामसूरत त्रिपाठी के नेतृत्व में एस.डी. गुप्ता, राकेश गुप्ता, रोहित गुप्ता, राजन मद्धेशिया, महेश जायसवाल, छोटू मद्धेशिया समेत सैकड़ों भक्तों ने हाथ जोड़कर आरती उतारी। उसके बाद प्रसाद वितरण हुआ और “साईं सबका मालिक है” के जयकारों से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया।

इस मौके पर स्थानीय व्यापारी राकेश गुप्ता ने कहा, “सत्य साईं बाबा का आशीर्वाद मिलना हमारे लिए सौभाग्य है। यह रथ यात्रा हमें करुणा और सेवा का भाव सिखाती है।”

श्रद्धालु महेश जायसवाल ने भावुक होकर कहा, “साईं बाबा का दर्शन पाकर लगता है मानो जीवन का सबसे बड़ा धन मिल गया हो।”

युवा भक्त रोहित गुप्ता ने कहा, “आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में साईं का संदेश है कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है।”

सत्य साईं बाबा की महत्ता

सत्य साईं बाबा (1926–2011) को आधुनिक युग के संत और समाज सुधारक के रूप में विश्वभर में सम्मान मिला। उन्होंने हमेशा “सत्य, धर्म, शांति, प्रेम और अहिंसा” को जीवन का आधार बताया। शिक्षा, स्वास्थ्य और मानव सेवा के क्षेत्र में उनका योगदान अद्वितीय रहा। सत्य साईं संस्थानों के माध्यम से उन्होंने गरीबों, पीड़ितों और वंचितों के जीवन में नई रोशनी जगाई।

भक्तों का मानना है कि साईं बाबा की शिक्षाएँ केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक भाईचारे और समानता की प्रेरणा भी देती हैं। उनका संदेश है—“सबका मालिक एक” और “सेवा ही सच्ची भक्ति है।”

गिलौला में पहुँची रथ यात्रा ने श्रद्धा का रंग तो भरा ही, साथ ही यह संदेश भी दिया कि समाज की असली ताकत आपसी सद्भाव और मानव सेवा में है।

भव्य आयोजन के उपरांत सत्य साईं बाबा की रथ यात्रा गिलौला से रवाना होकर बहराइच की ओर बढ़ गई।

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