"सनातन यात्रा" – वडोदरा से केदारनाथ तक हुई भव्य यात्रा, संस्कृति और आस्था का संगम

Update: 2025-08-17 07:44 GMT


वडोदरा : महाराणा प्रताप समिति, कैलाश - फाउंडेशन और Roaring Riders के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक जागृति का संदेश देने हेतु "सनातन यात्रा" का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा वडोदरा से शुरू होकर उत्तराखंड के प्रसिद्ध धाम केदारनाथ तक पहुँची।

यात्रा का शुभारंभ 26 जून 2025 को सुबह 7 बजे वडोदरा के गुरुकुल स्कूल से विशेष पूजा-अर्चना और ध्वजारोहण के साथ हुआ। इसके बाद विभिन्न पड़ावों से गुजरती हुई यह यात्रा 1 अगस्त 2025 को केदारनाथ धाम में भव्य पूजा-अर्चना एवं विशेष धार्मिक अनुष्ठान के साथ संपन्न हुई।



इस "सनातन यात्रा" में युवा शक्ति की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रप्रेम, सामाजिक समरसता और सनातन संस्कृति के गौरवशाली इतिहास को पुनः जागृत करना था। आयोजकों का मानना है कि यह यात्रा युवाओं में भारतीय परंपरा और संस्कृति के प्रति आस्था एवं गर्व की भावना को प्रबल करने में सफल रही।

यात्रा की मुख्य विशेषताएं :

51 बाइक राइडर्स की विशेष टोली Roaring Riders यात्रा में शामिल हुई।

मार्ग में विभिन्न धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर रुककर सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

केदारनाथ धाम में विशेष सामूहिक पूजा और भव्य धार्मिक आयोजन हुआ।

महाराणा प्रताप समिति के अध्यक्ष ने कहा कि – "सनातन यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं थी, बल्कि यह युवा शक्ति को राष्ट्रप्रेम, एकता और भारतीय संस्कृति से जोड़ने का एक प्रयास थी। यह यात्रा समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।"

यात्रा का संदेश :

धर्म को समझो, जियो और गर्व करो।

संस्कृति पर गर्व करें और उसे आगे बढ़ाएं।

राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक गौरव को साथ लेकर ही समाज की प्रगति संभव है।

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