हमीरपुर जेल में बंद युवक अनिल द्विवेदी की संदिग्ध मौत, पिटाई के आरोपों से मचा हड़कंप

Update: 2025-09-16 07:17 GMT

हमीरपुर। जिले की जेल में शनिवार को एक बंदी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतक की पहचान अनिल कुमार द्विवेदी (33 वर्ष) के रूप में हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल प्रशासन ने उसे नंबरदार कैदियों से बेरहमी से पिटवाया, जिससे उसकी जान चली गई। घटना के बाद जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।


अनिल मूल रूप से हमीरपुर का रहने वाला था। उसके पिता मजदूरी करते हैं जबकि वह दिल्ली में गार्ड की नौकरी करता था। वर्ष 2015 में पड़ोसी की तहरीर पर उसके खिलाफ मारपीट, गालीगलौज और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था। परिजनों के अनुसार जानकारी न होने के कारण वह कोर्ट में पेश नहीं हो पाया और उसके खिलाफ वारंट जारी हो गया।

10 सितंबर को पुलिस सूचना पर अनिल द्विवेदी दिल्ली से हमीरपुर आया और कोर्ट में हाजिर हुआ, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। 12 सितंबर को पत्नी पूजा उससे मिलने जेल पहुंचीं और खर्चे के लिए 6500 रुपये दिए थे।

परिजनों का कहना है कि शनिवार को उन्हें अनिल द्विवेदी की तबीयत खराब होने की खबर मिली। रविवार को पत्नी जेल पहुंचीं, लेकिन उन्हें पति से मिलने नहीं दिया गया। दोपहर करीब तीन बजे जेल से मौत की सूचना मिली।

जेलर और डिप्टी जेलर पर आरोप

मृतक की पत्नी और परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल के नंबरदारों से अनिल को पिटवाया गया और इस पूरे मामले में जेलर जेपी चंदेला और डिप्टी जेलर संगेश कुमार की भूमिका संदिग्ध है।

कार्रवाई

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजी जेल पीसी मीना ने डिप्टी जेलर संगेश कुमार और जेल वार्डन अनिल कुमार यादव को निलंबित कर दिया है। वहीं, प्रशासन ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही है।

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