राष्ट्रीय पुस्तक मेला : सातवें दिन विमोचन, नृत्यनाटिका और काव्य गोष्ठी

Update: 2025-09-10 14:15 GMT

लखनऊ, 10 सितंबर। 22वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले का सातवां दिन साहित्य, विमोचन और चर्चाओं से सराबोर रहा। बलरामपुर गार्डन, अशोक मार्ग पर जारी इस पुस्तक उत्सव में अध्यात्म, दर्शन और धर्म से जुड़े साहित्य की मांग सबसे अधिक रही।

मेले में गीता प्रेस के विविध संस्करणों, ओशो साहित्य और विवेकानंद के ध्यान संबंधी ग्रंथों के प्रति पाठकों का खास रुझान दिखा। रामकृष्ण मठ द्वारा लाई गई ‘पावर्स ऑफ माइंड’ और ध्यान पद्धतियों पर आधारित पुस्तकें युवाओं को विशेष रूप से आकर्षित कर रही हैं।

कार्यक्रमों की श्रृंखला में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दिव्यांश पब्लिकेशंस से प्रकाशित अमिताभ कुमार की ‘कुम्भ डायरीज’ (हिंदी और अंग्रेजी संस्करण) का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने पुस्तक को साहित्य, विज्ञान और ज्योतिष का संगम बताते हुए कहा कि यह शोधग्रंथ पाठकों को आस्था और ज्ञान, दोनों का अनुभव कराएगा। समारोह की अध्यक्षता पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ए.के. सत्पथी ने की।

सुबह विजय तन्हा की पुस्तक हिन्द की हिन्दी का विमोचन हुआ। इसके बाद डान बोस्को असायलम के बच्चों ने ‘हमारी सुनो’ नामक नृत्यनाटिका प्रस्तुत कर घरेलू और कार्यस्थल पर बच्चों के उत्पीड़न की समस्या को मंचित किया।

दोपहर में अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से आयोजित गोष्ठी में पायल लक्ष्मी सोनी के काव्य संग्रह एक सांस सबके हिस्से से पर चर्चा हुई। वरिष्ठ साहित्यकारों ने इसे समकालीन रचनाओं में महत्वपूर्ण योगदान बताया। कार्यक्रम में गिरिराज किशोर, अलका अस्थाना और अन्य कवियों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।

शाम को अविरल सेवा संस्थान की काव्य गोष्ठी में सामाजिक सरोकारों के साथ ही श्रंगार रस की कविताओं ने श्रोताओं को प्रभावित किया।

कल के प्रमुख कार्यक्रम (11 सितंबर)

सुबह 11:00 बजे – लोकार्पण (अनागत साहित्य संस्थान)

12:30 बजे – दौलतदेवी स्मृति संस्थान का आयोजन

दोपहर 2:00 बजे – पुस्तक चर्चा (भगवान स्वरूप कटियार)

3:30 बजे – संगोष्ठी (वसुंधरा फाउंडेशन)

शाम 4:30 बजे – अच्छे स्वास्थ्य के 51 नुस्खे

5:30 बजे – गोष्ठी (दलित स्त्री लेखन और वर्तमान)

7:00 बजे – काव्य गोष्ठी (आभूषण काव्यात्मक अभिव्यक्ति)

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