भगवन्त यादव संबाददाता कुशीनगर।
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कृषक प्रतिनिधियों और पडरौना चीनी मिल कर्मचारियों के साथ आवश्यक बैठक संपन्न हुई।बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि पडरौना चीनी मिल को चालू कराने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसानों का बकाया गन्ना मूल्य और मिल कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कराया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्र में रोजगार सृजन और किसानों की खुशहाली पर भी कार्य होगा।
डीएम ने कहा कि मिल चालू कराने हेतु आवश्यक धनराशि, बकाया भुगतान और अनुमानित व्यय का पूरा ब्यौरा संकलित किया जा रहा है, जिसे आगामी 10–12 दिनों में प्रस्तावित दूसरी बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि बकाया राशि का भुगतान होते ही किसान एवं कर्मचारी प्रतिनिधियों द्वारा कोर्ट में दायर अपीलें वापस लेने पर सहमति जताई गई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छा है कि पडरौना चीनी मिल किसानों के हित में पुनः शुरू की जाए। उन्होंने मिल की करीब 54 एकड़ भूमि पर हुए अतिक्रमण को खाली कराने के लिए उप जिलाधिकारी पडरौना को निर्देशित किया और किसानों से प्रशासन का सहयोग करने की अपेक्षा जताई।
कृषक प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि जिले का हर किसान और मजदूर इस कार्य में प्रशासन के साथ खड़ा है। प्रतिनिधि बुंदल पांडेय ने कहा कि किसी भी किसान ने कोर्ट में केस दर्ज नहीं किया है और सभी चाहते हैं कि मिल जल्द चालू हो।
बैठक में ढाडा चीनी मिल प्रकरण पर भी चर्चा हुई। डीएम ने अवगत कराया कि 20 परिवारों को चार गुना मुआवजा दिए जाने के बाद भी सहमति नहीं बनी है। इस पर कृषक प्रतिनिधियों ने एक–डेढ़ माह के भीतर वार्ता कर समाधान निकालने का भरोसा दिया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वैभव मिश्रा, एसडीएम पडरौना ऋषभ पुंडीर, कृषक प्रतिनिधि छोटेलाल सिंह, संजय मल्ल, बुंदल पांडेय, राकेश दत्त शुक्ला, मिल कर्मचारी मनोज श्रीवास्तव, टी.एन. सिंह, महेंद्र सिंह, ओम प्रकाश, कामेश्वर तिवारी, लेखपाल योगेंद्र गुप्ता सहित अन्य लोग मौजूद रहे।