श्रीराम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में छात्रों की पिटाई पर अवनींद्र राय ने जताया दुःख
वाराणसी/बाराबंकी।
बाराबंकी स्थित श्रीराम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में छात्रों की पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना ने न केवल पीड़ित छात्रों और उनके परिवारों को आहत किया है, बल्कि शिक्षा जगत और समाज के विभिन्न वर्गों में भी गहरी चिंता पैदा कर दी है।
इस मामले पर अवनींद्र राय ने गहरा दुःख और क्षोभ प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ज्ञान और संस्कार का मंदिर होता है, यहाँ हिंसा और डर की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। “छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। उनकी सुरक्षा और गरिमा से समझौता किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है,” उन्होंने कहा।
राय ने पीड़ित छात्रों के प्रति सहानुभूति जताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से घटना की निष्पक्ष जाँच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की माँग की। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों से शिक्षा संस्थानों की छवि धूमिल होती है और छात्रों का विश्वास टूटता है।
स्थानीय स्तर पर भी इस घटना को लेकर आक्रोश है। छात्र संगठनों ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं और पीड़ित छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। परिजनों ने भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने फिलहाल मामले की जाँच के लिए आंतरिक समिति गठित करने की बात कही है और आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि शिक्षा संस्थानों में अनुशासन और सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता बरती जा रही है। समाजसेवियों और अभिभावकों का कहना है कि ऐसी घटनाएँ न सिर्फ छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालती हैं बल्कि शिक्षा के माहौल को भी दूषित करती हैं।