आदर्श कल्याण सेवा समिति के दोनों वृद्धा आश्रमों में हर्षोल्लास से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस
अनवार खाँ मोनू
बहराइच/बाराबंकी। देश की आज़ादी के 79 वें वर्ष के अवसर पर आदर्श कल्याण सेवा समिति द्वारा संचालित दोनों वृद्धा आश्रमों – राजापुर माफी (बहराइच) एवं आदित्य ओल्ड एज होम आलापुर बाबूरिया – में स्वतंत्रता दिवस 2025 का समारोह भावपूर्ण व उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाया गया। दोनों आश्रमों में तिरंगे के प्रति सम्मान व आज़ादी को अक्षुण्ण बनाए रखने का संकल्प स्पष्ट रूप से झलक रहा था।
राजापुर माफी स्थित वृद्धाश्रम प्रांगण को रंग-बिरंगी झंडियों, फूलों व गुब्बारों से सजाया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ समाजसेवक एवं प्रबंधक अनिल कुमार प्रधान द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुई। राष्ट्रगान की मधुर धुनों के बीच उपस्थित ग्रामवासियों और वृद्धजन भाव-विभोर दिखे। अपने संदेश में श्री प्रधान ने कहा कि 15 अगस्त केवल तिरंगा फहराने का दिन नहीं, बल्कि उन अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देने का दिवस है जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान देकर हमें आजादी दिलाई। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत को सशक्त और समृद्ध बनाने के लिए हम सभी को मिलकर अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वाह करना चाहिए।
इसी प्रकार आदित्य ओल्ड एज होम आलापुर बाबूरिया (बाराबंकी) में भी स्वतंत्रता दिवस का आयोजन अत्यंत गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति की मजिस्ट्रेट श्रीमती दीपशिखा श्रीवास्तव ने ध्वजारोहण कर सभी वृद्ध माताओं-पिताओं से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 15 अगस्त हमें राष्ट्रीय एकता व आपसी सौहार्द का संदेश देता है और यह दिन जिम्मेदारी का भी स्मरण कराता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम सब मिलकर राष्ट्र के विकास एवं सामाजिक सद्भाव में योगदान दें।
दोनों केंद्रों में रहने वाले वृद्धजनों ने भजन-कीर्तन, देशभक्ति गीत व नृत्य की मनभावन प्रस्तुतियां दीं। “वन्दे मातरम्” तथा “ऐ मेरे वतन के लोगों” जैसी प्रस्तुतियों से वातावरण में देशभक्ति की भावनाएं गूंज उठीं। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने वृद्धजनों का उत्साह बढ़ाते हुए तालियों से उनका अभिनंदन किया।
आश्रम की वार्डन कुमारी अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि समिति वर्ष भर विभिन्न सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रमों के माध्यम से वृद्धजनों में उत्साह व सकारात्मकता बनाए रखने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व वृद्धजनों के लिए प्रेरणा और आत्मबल बढ़ाने का अवसर होते हैं।
कार्यक्रम के अंत में सभी वृद्धजनों को मिष्ठान, फल एवं जलपान वितरित किया गया। दोनों आश्रमों के समस्त स्टाफ ने सामूहिक रूप से भारत की एकता, अखंडता तथा समृद्धि के लिए प्रार्थना की। राष्ट्रगान की गूँज और तिरंगे की शान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।