प्रयागराज-रक्षाबंधन पर्व के बाद उमड़ी भीड़ से ट्रेन और बस ठसाठस, यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं

Update: 2025-08-10 12:59 GMT

प्रयागराज। रक्षाबंधन के बाद वापसी का सिलसिला शुरू होते ही प्रयागराज के बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ट्रेनों में आरक्षित सीटें हफ्तों पहले बुक हो चुकी हैं, वहीं रोडवेज बसों में भी सीट पाना मुश्किल हो गया है।

रविवार को दिल्ली रूट पर प्रयागराज जंक्शन के रास्ते चलने वाली कालिंदी, सिक्किम महानंदा, संबलपुर जम्मूतवी एक्सप्रेस, नेताजी एक्सप्रेस, जम्मू मेल, ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस, नार्थ ईस्ट, सीमांचल एक्सप्रेस, पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति, पुरुषोत्तम सुपरफास्ट, महाबोधी, पूर्व एक्सप्रेस, नंदन कानन, डिब्रूगढ़ राजधानी, राजेंद्र नगर राजधानी एक्सप्रेस के स्लीपर श्रेणी में रिग्रेट की स्थिति रही, यानी इन ट्रेनों में अब वेटिंग में भी टिकट नहीं मिल रहा था। लोग कोच के गेट पर खड़े होकर यात्रा कर रहे थे। जबकि जनरल कोच में तो यात्रियों का अंदर घुस पाना तक मुश्किल हो गया था।

सिविल लाइंस और जीरो रोड बस अड्डों पर यात्रियों का हुजूम देखने को मिला। योगी सरकार की निश्शुल्क यात्रा योजना के तहत बहनों और एक सहयात्री को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई, लेकिन भीड़ के कारण सीटों की कमी ने यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा।

सिविल लाइंस बस अड्डे पर सुबह 10 बजे जौनपुर-गोरखपुर मार्ग पर अचानक भीड़ बढ़ गई। दोपहर 11:30 बजे वाराणसी रूट पर सैकड़ों यात्री एक साथ पहुंचे। बसें प्लेटफार्म पर रुकते ही मिनटों में भर जा रही थीं। क्षेत्रीय प्रबंधक रविंद्र कुमार ने बस अड्डे का निरीक्षण कर अतिरिक्त बसें भेजने का इंतजाम किया, लेकिन भीड़ इतनी थी कि बसें एक-दो मिनट में फुल हो रही थीं। बाहर खड़े यात्रियों की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही थी।

बांदा मार्ग पर लीडर रोड बस अड्डे का हाल भी कुछ अलग नहीं था। यात्री सोनमती मिश्रा ने बताया, सुबह आठ बजे से बस अड्डे पर हूं। बसें भरी हुई हैं, सीट नहीं मिल रही। बच्चों के साथ हूं, खड़े होकर यात्रा कैसे करूं? जीरो रोड बस अड्डे पर अंजलि, अपने पति अनिरुद्ध कुमार के साथ डेढ़ घंटे से इंतजार कर रही थीं। उन्होंने कहा, योगी जी की मुफ्त बस सेवा बहुत अच्छी है। मीरजापुर से मुफ्त में आई, लेकिन वापसी के लिए सीट नहीं मिल रही। डेढ़ घंटे से खड़े हैं।

वाराणसी जाने वाली रीता यादव ने कहा, दो घंटे से इंतजार कर रहे हैं। बसें आ रही हैं, लेकिन भीड़ इतनी है कि चढ़ना मुश्किल है। सामान के साथ परेशानी हो रही है। गोरखपुर रूट की शालिनी सिंह ने बताया, परिवार के साथ हूं, लेकिन सीट नहीं मिलने से बच्चों को लेकर चिंता हो रही है। बसें मिनटों में भर जा रही हैं।

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