राखी से मिला बुराइयों को त्यागने और जीवन में सद्गुणों को अपनाने का प्रेरणासूत्र
सीताराम मद्धेशिया
बलरामपुर। रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व पर ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र, बलरामपुर में आध्यात्मिकता, प्रेम और सकारात्मक ऊर्जा से ओत-प्रोत ‘दिव्य रक्षाबंधन’ समारोह का भव्य आयोजन हुआ। वातावरण में भक्ति-भाव और स्नेह की सुगंध घुली रही। ब्रह्माकुमारी बहनों ने प्रत्येक आगंतुक को ‘परमात्मा शिव’ मुद्रित दिव्य राखी बांधी, मिठाई का वितरण किया और राखी के आध्यात्मिक संदेश से सभी के हृदय को स्पंदित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित जनों को बुराइयों के त्याग और श्रेष्ठ गुणों को जीवन में धारण करने का संकल्प कराया गया। सेवा केंद्र की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अमिता ने कहा— “रक्षाबंधन आत्मशुद्धि और पवित्रता की राह पर बढ़ने का संकल्प दिवस है। जब हम अपने भीतर के अंधकार को दूर करते हैं, तो संसार में प्रकाश स्वतः फैलता है।”
सहयोगी बी.के. भाई रणधीर ने कहा— “परमात्मा ही सबका रक्षक है। उसके रक्षा-सूत्र को बांधकर हम न केवल स्वयं को सुरक्षित करते हैं, बल्कि विश्व की भलाई का भी संकल्प लेते हैं।” वहीं ब्रह्माकुमारी प्रिया ने सभी को प्रेरित करते हुए कहा— “हमारी रक्षा केवल रिश्तों तक सीमित नहीं, बल्कि प्रकृति, परिवार, धन और पूरे विश्व के संरक्षण के लिए भी आवश्यक है।”
कार्यक्रम में महिलाओं, पुरुषों, बच्चों और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने आनंदपूर्वक भाग लिया। सभी के चेहरों पर प्रसन्नता, विश्वास और आध्यात्मिक संतोष की आभा झलक रही थी। सहभागी जनों ने इसे हृदय को छू लेने वाला और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला अनुभव बताया।