नई दिल्ली: विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ऐसा नाम जिसको सुनकर ही जोश आ जाता है इसके पीछे की वजह भी है उनका अदम्य साहस जो उन्होंने दिखाया था। 27 फरवरी को अभिनंदन लड़ाकू विमान मिग 21 बिसोन को उड़ाकर पाकिस्तान ले गए थे।पाकिस्तानी वायुसेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। विमान पाकिस्तानी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
हालांकि दो दिन बाद ही पाकिस्तान ने उन्हें रिहा कर दिया था। अब भारतीय वायुसेना ने युद्धकालीन वीरता पुरस्कार 'वीर चक्र' के लिए उनका नाम का प्रस्ताव किया है।
अभिनंदन वर्थमान के लिए 'वीर चक्र' की सिफारिश एयरफोर्स मुख्यालय पहुंच गई है, वहां तय किया जाएगा और सरकार द्वारा मंजूरी दी जाएगी। फिर अगर वहां से बात आगे बढ़ती है तो 'वीर चक्र' या जो भी मेडल तय होगा उसकी घोषणा 15 अगस्त को की जाएगी
IAF recommending Wg Cdr Abhinandan for wartime gallantry award 'Vir Chakra'
— ANI Digital (@ani_digital) April 20, 2019
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26 फरवरी को भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तान की वायु सेना ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की थी। इसी पर भारतीय वायु सेना ने जवाबी कार्रवाई की। हवाई लड़ाई के दौरान अभिनंदन का मिग पाकिस्तानी सीमा में गिरने के बाद उन्हें पाकिस्तान द्वारा बंदी बना लिया गया था।
इस हवाई मुठभेड़ में भारत ने पाकिस्तान के एफ-16 के एक विमान को मार गिराया था। भारत को एक मिग-21 विमान गंवाना पड़ा था।
अभिनंदन ने उस वक्त दिया था अद्भुत बुद्धिमानी का परिचय
गौरतलब है कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों का पीछा करने वाले भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान पाक सेना की गिरफ्त में आने से पहले अपने गजब के साहस और हालात को भांपते हुए अद्भुत बुद्धिमानी का परिचय दिया था। पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों का पीछा करने के दौरान अभिनंदन का मिग-21 पीओके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हालांकि, अभिनंदन पैराशूट के जरिए सुरक्षित जमीन पर उतर गए थे।
पीओके के दुश्मनों के बीच खुद को घिरे पाकर अभिनंदन ने जिस बुद्धिमानी का परिचय दिया वह अद्भुत है। उनके पास भारतीय वायु सेना के ऑपरेशन से जुड़ीं अहम जानकारियां थीं और ये सूचनाएं यदि पाकिस्तानी सेना के हाथ लग जातीं तो देश को सामरिक रूप से नुकसान हो सकता था।