सर्वदलीय बैठक के बाद सुषमा स्वराज का बयान, यह एक एंटी टेरर ऑपरेशन था, सभी दलों ने वायु सेना को बधाई दी

Update: 2019-02-26 13:25 GMT

नई दिल्ली: 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई थी। सुरक्षाबलों ने जैश के दो आतंकियों को मार गिराया था। आतंकियों के खिलाफ इसे बड़ी कार्रवाई की तरह देखा जा रहा था। लेकिन देश को बड़ी कार्रवाई का इंतजार था। वो दिन आया जब 26 फरवरी को तड़के साढ़े तीन बजे के आसपास भारतीय वायुसेना के 12 मिराज विमान पीओके और खैबर पख्तुनख्वा में घुसे और करीब 300 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। इस हमले के बाद पकिस्तानी हुक्मरानों में दहशत है। लेकिन भारतीय विदेश सचिव ने साफ किया कि ये पाकिस्तान पर हमला नहीं है बल्कि उन ताकतों को निशाना बनाया गया जिनकी निगाहें भारत के खिलाफ उठी थी।

सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से बयान आया है कि ये एक मिलिट्री ऑपरेशन नहीं था बल्कि एंटी टेरर ऑपरेशन था। सर्वदलीय बैठक की खास बात थी कि इसमें कोई सैन्य अधिकारी नहीं मौजूद था। सभी दलों ने इस तरह के ऑपरेशन को समय की मांग बताया। विपक्ष ने इस मौके पर भारतीय फौज की बधाई दी। इसके साथ ही जम्मू- कश्मीर के बाहर रहने वाले कश्मीरी लोगों की सुरक्षा की मांग की। इसके साथ ही पाकिस्तान की तरफ से किसी तरह की जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया।



कांग्रेस नेता गुलामनबी आजाद ने कहा कि हमने सुरक्षाबलों के इस अभियान की सराहना की है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी दल सुरक्षाबलों के साथ हैं। सबसे बड़ी बात है कि ये एक सफल ऑपरेशन था जिसमें आंतकी और आतंकी संगठनों के कैंपों को सफलापूर्वक ध्वस्त किया गया।




Similar News