मुलायम डैमेज कंट्रोल की कोशिश में लगातार जुटे रहे कोई चारा न देख अब उन्होंने, अखिलेश के पक्ष में खींची बड़ी लकीर

Update: 2018-09-23 17:06 GMT


समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन करने के बाद राजनीतिक रूप से सक्रिय शिवपाल सिंह यादव बड़े भाई का आशीर्वाद होने का दावा कर रहे हैं लेकिन खुद मुलायम सिंह यादव ने स्पष्ट संदेश दे दिया कि वह बेटे अखिलेश के साथ हैं। मुलायम के इस कदम के बाद पुराने समाजवादियों का समर्थन हासिल करने में जुटे शिवपाल की कोशिशों को असहज स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।

वैसे सेक्युलर मोर्चा के गठन के बाद से मुलायम डैमेज कंट्रोल की कोशिशों में जुटे हुए थे। शिवपाल ने जब मोर्चा की घोषणा की तो उन्होंने लगातार दो दिन तक पार्टी मुख्यालय जाकर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसके अलावा शिवपाल को अपने आवास पर बुलाकर भी समझौता कराने की कोशिश की लेकिन विफल रहे थे। कोई चारा न देख अब उन्होंने अपना पक्ष सार्वजनिक रूप से सबसे सामने रख दिया है। दूसरी ओर शिवपाल उनके इस कदम पर खामोश हैं। उनके समर्थक भी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से बचते रहे। 

भ्रम दूर करने के लिए मुलायम उचित मंच चाहते थे और दिल्ली में जंतर-मंतर पर समाजवादियों की साइकिल रैली के समापन पर यह अवसर उन्हें मिल भी गया। उन्होंने वहां न सिर्फ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मंच साझा किया, बल्कि समाजवादी पार्टी को नौजवानों की पार्टी कहते हुए खुद को हाशिये पर किए जाने को भी एक तरह से स्वीकृति दे दी है।

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