हल्ला बोल-पोल खोल के दूसरे चरण में विद्युत, शिक्षा, परिवहन और वाणिज्य कर आदि विभागों पर होगा जनांदोलन...
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा "माता सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी" बताये जाने की कड़ी शब्दों में निंदा .... वक्ताओं ने कहा भाजपा नेताओं के धार्मिक आस्था की पोल खुली, ठेस पहुंचाने वाले बयान बर्दाश्त नही।
वाराणसी । समाजवादी पार्टी,महानगर-वाराणसी की नियमित मासिक संगठनात्मक बैठक अर्दली बाजार स्थित कार्यालय पर सम्पन्न हुई, बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि पिछले एक पखवाड़े से जिस दमदारी से सफलतापूर्वक सरकारी संस्थानों में व्याप्त घोर भ्रष्टाचार एवं जनहित में जनसमस्याओं की अवहेलना के खिलाफ तथा उसके निराकरण हेतु 'हल्ला बोल-पोल खोल' जनांदोलन चलाया गया वैसे ही कार्यक्रम के दूसरे चरण में सोमवार से केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित अन्य विभागों व संस्थानों जैसे-रेलवे डीआरएम कार्यालय, खाद्य एवम रसद आपूर्ति, विद्युत, राष्ट्रीय राज्य मार्ग, शिक्षा, परिवहन, वाणिज्य कर आदि विभागों पर हल्लाबोल जनांदोलन चलाकर जनसमस्याओं से बेखबर कुम्भकर्णी नींद में सो रहे शासन व प्रशासन को जगाया जायगा।
बैठक में 2019 में आगामी लोक सभा के दृष्टिगत मुख्य संगठन एवं 16 अनुसांगिक संगठनों को अपनी कमेटी के साथ, तीनो विधान सभा एवं 90 वार्डो में बूथ कमेटियों व वार्ड कमेटियों के पुर्नगठन पर रणनीति बनाई गई।
बैठक के मुख्य अतिथि सपा पूर्व महानगर अध्यक्ष दिलीप डे, मुख्य वक्ता सपा पूर्व महानगर अध्यक्ष पारस नाथ जायसवाल, डॉ0 उमाशंकर यादव व डॉ0 सूबेदार सिंह आदि थें।
अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल, संचालन महानगर महासचिव जितेन्द्र यादव तथा धन्यवाद प्रकाश डॉ0 आनन्द प्रकाश तिवारी ने किया।*
बैठक की अध्यक्षता कर रहे महानगर के अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल ने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि गोरखपुर, फूलपुर के बाद कैराना लोक सभा एवं नूरपुर विधान सभा के उपचुनाव के नतीजों ने देश और प्रदेश का मूड बात दिया है, अब भाजपा के दिन जाने वाले हैं, इसलिए कार्यकर्ता जनहित की लड़ाई लड़ने के लिए कमर कस कर तैयार हों जाए।
सपा महानगर अध्यक्ष ने कहा कि यदि भाजपा के नेताओं व मंत्रियों द्वारा सत्तामद में चूर होकर धार्मिक आस्था के प्रतिकूल अभद्र टिप्पणी जारी रही तो ऐसा बोलने वाला काशी में प्रवेश नही कर पायेगा, सपा कार्यकर्ता उसे काशी में घुसने नही देंगे भले जेल ही क्यों न जाना पड़े।
मासिक बैठक के मुख्य अतिथि सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष दिलीप डे ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों से तरक्की करने को छोड़िये आज गरीब, मजदूर, किसान दो जून की रोटी के लिए संघर्षरत है। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को आम जनता की आवाज़ बनकर जनहित के जनसमस्याओं के खिलाफ चल रहे हल्ला बोल- पोल खोल आन्दोलन में बढ़ चढ़ भाग लेना चाहिए, जिससे वे परिपक्व जनसेवक बन सकें।
बैठक के मुख्य वक्ता व सपा पूर्व महानगर अध्यक्ष पारस नाथ जायसवाल ने कहा कि वाराणसी फ्लाईओवर हादसे में अभी तक क्षेत्रीय सांसद का मृतकों के परिजनों एवं घायलों को देखने न आना दुर्भाग्यपूर्ण है, सांसद जी हादसे में वाराणसी न आने पर प्रधानमंत्री बन जाते हैं और रिंग रोड के उद्घाटन के लिए समय निकाल कर साधारण इंसान बन जाते हैं जोकि शर्मनाक है।
बैठक में सपा के प्रदेश सचिव प्रदीप जायसवाल ने माता सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी बताये जाने पर कहा कि उ0प्र0 उप मुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा सत्ता के मद में नशे में चूर हैं, वो भाषण करते हुए भूल जाते हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एवं माता सीता के नाम पर ही ये लोग केन्द्र व प्रदेश में सरकार बनाये हैं और भाषणों में माता सीता का अपमान भी कर रहे हैं।
माता सीता का चरित्र ऐसा था कि अपरण करने के बाद भी रावण उनका अपमान करने का साहस नही जुटा पाया और पूरे सम्मान के साथ उन्हें लंका में रक्खा, किन्तु उप मुख्यमंत्री द्वारा ऐसा बयान देना बहुत ही शर्मनाक और आस्था पर चोट करने वाला है।
मासिक बैठक में मुख्य रूप से राजकुमार जायसवाल, पं0 राजेन्द्र त्रिवेदी, प्रदीप जायसवाल, दिलीप डे, पारस नाथ जायसवाल, डॉ0 सूबेदार सिंह, डॉ0 उमा शंकर सिंह यादव, डॉ0 आनन्द प्रकाश तिवारी, विजय जायसवाल, दीपक यादव लालन, अवनीश यादव विक्की, पूजा यादव, मीरा सेठ, उमा रानी यादव, प्रिया राज अग्रवाल, श्वेता पाण्डेय, रितिका रानी, रेखा पाल, सीमा गुप्ता, नीलू पाण्डेय, जियालाल राजभर, ईरशाद अहमद, विवेक यादव, दीपचन्द गुप्ता, राजेश पासी, हारून अंसारी, वरुण सिंह, रविकान्त विश्वकर्मा, भैया लाल यादव, विष्णु शर्मा, शाबानुल मोअज्जम, भारत भूषण यादव, खुशबुद्दीन अहमद, दिनेश प्रताप सिंह गुड्डू, अभिषेक विश्वकर्मा, सिद्धार्थ शुक्ला, राकेश सेठ, विश्वनाथ पटेल, अजय प्रकाश राजू, रामचन्द्र यादव, ओम शंकर श्रीवास्तव, जौहर प्रिंस, रामकुमार यादव, हृदय गुप्ता, गोपाल पाण्डेय, मुकेश यादव मुरली, जावेद अंसारी, विजय टाटा, दिनेश विश्वकर्मा, सलीम अंसारी, अयूब अंसारी, वकील अहमद, आरिफ अंसारी, रोहित राजभर, सुरेश यादव, अशोक शर्मा, मुकेश गुप्ता, दिलीप यादव लुल्लू, आशीष यादव संतोष, आकाश गुप्ता, नन्दलाल राजभर, संदीप शर्मा, संजय राजभर, गुड्डू मास्टर, होरी लाल गुप्ता, रवि अग्रहरि, शहनवाज़ राईन, सलाम चौधरी, पिन्टू यादव, सत्यनारायण यादव, अजय नारायण यादव गोलू, सोनू सोनकर, मिन्टू सोनकर, रविचंद्र सोनकर, राजबहादुर सिंह, महेश तिवारी, सुनील अहमद, संजय यादव, सुभाष यादव, विक्रम सेठ, मुन्ना सेठ, विजय प्रकाश जायसवाल आदि शामिल थे।