एनकाउंटर करने वाली सरकार कुत्तों से बच्चों को नहीं बचा पा रही: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने काननू व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। गुरुवार को राजधानी लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में अखिलेश यादव ने मेरठ के नरेंद्र गुर्जर और उन्नाव में रेप पीड़िता के पिता की जेल में मौत का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के उत्पीड़न ने दोनों की जान ली है। यह सरकार एनकाउंटर के जरिए भय का माहौल बनाना चाहती है। पहले एनकाउंटर करती है, फिर ईनाम घोषित कर दिया जाता है। अखिलेश यादव ने सरकार से उन अपराधियों की सूची जारी करने की मांग की है, जिनपर ईनाम घोषित किया गया है।
सीतापुर में कुत्तों के हमलों से बच्चों की मौत के मुद्दे पर भी अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर करने वाली सरकार कुत्तों के हमलों से बच्चों को क्यों नहीं बचा पा रही।
पीड़ितों के परिवार को 50 लाख मदद की मांग
अखिलेश यादव ने जेल में हुई मौतों पर पीड़ित परिवार के सदस्यों को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि हम पर आरोप लगता था कि हम धर्म देखकर मुआवजा देते हैं। अब तो पीड़ित परिवार हिंदू हैं, फिर मुआवजा क्यों नहीं दिया जा रहा।
मुद्दों से ध्यान हटाने की हो रही कोशिश
अखिलेश यादव ने कैराना और नूरपुर उपचुनाव से पहले बीजेपी नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता उल्टे सीधे बयान देकर मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं। सपा की जीत पर पाकिस्तान में आतिशबाजी के बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश ने कहा कि बीजेपी को यह बताना चाहिए कि पाकिस्तान में खीर किसके नेताओं ने खाई। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के नेता चुनाव के वक्त किसानों और युवाओं की समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।