यूनिवर्सिटी के फैसले पर सपा छात्रसभा का कैंपस में प्रदर्शन

Update: 2018-05-05 01:09 GMT
मेरठ-सहारनपुर मंडल में एडेड-राजकीय कॉलेजों में यूपी बोर्ड का कोटा खत्म करने के विरोध में सपा छात्रसभा ने कैंपस में प्रदर्शन करते हुए पूर्व की तरह व्यवस्था जारी रखने की मांग की। छात्रों ने यूनिवर्सिटी के फैसले को यूपी बोर्ड के छात्रों को कॉलेजों से बाहर करने का षड्यंत्र बताया। छात्रों ने कार्रवाई नहीं होने पर धरने-प्रदर्शन का ऐलान किया है। हालांकि विश्वविद्यालय ने निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए पूर्व की तरह जारी व्यवस्था को ही यथावत लागू करने का आश्वासन दिया है।
अतुल प्रधान, सपा के जिलाध्यक्ष आदिल चौधरी और अतुल भड़ाना के साथ पहुंचे छात्रों ने कुलपति से वार्ता की। अतुल प्रधान ने कहा कि यूनिवर्सिटी के इस फैसले से यूपी बोर्ड के छात्र प्रवेश से बाहर हो जाएंगे। प्रवेश में केवल सीबीएसई-आईएससी के स्टूडेंट ही बाजी मारेंगे। आदेश प्रधान ने कहा कि यूनिवर्सिटी का यह नियम मध्यम श्रेणी के यूपी बोर्ड के छात्रों को कॉलेजों में प्रवेश से वंचित कर देगा। छात्रों ने कहा कि यदि यूनिवर्सिटी अपने फैसले को वापस नहीं लेती तो वे कैंपस में धरना-प्रदर्शन करेंगे। हालांकि कुलपति प्रो.एनके तनेजा ने यूपी बोर्ड और अन्य बोर्ड के छात्रों के लिए पूर्व के वर्षों में जारी व्यवस्था को ही यथावत जारी रखने का आश्वासन दिया। कुलपति ने कहा कि इस पर प्रवेश समिति में फिर से विचार होगा और किसी भी कीमत पर यूपी बोर्ड के छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। कुलपति ने छात्रों को निश्चित रहने को कहा। इस दौरान अनुज भड़ाना, हैविन खान, अंकुश नागर, अरुण पाल, आनंद प्रकाश सिद्धार्थ, महताब मूसा, सुमित लोहिया, अनमोल प्रधान सहित अनेक छात्र मौजूद रहे। वहीं, कुलपति से वार्ता में छात्रों के बजाय सपा नेता की मौजूदगी पर सवाल भी उठे। कहा कि प्रतिनिधिमंडल में छात्र कम हैं। जिन्हें प्रवेश चाहिए और जो इससे प्रभावित होंगे वे मौजूद ही नहीं है। हालांकि सपा छात्रसभा ने दावा किया कि वे भी छात्रों की आवाज उठा सकते हैं।

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