सिकंदरा विधानसभा उपचुनाव में सपा के बागी पवन कटियार ने अपना नाम वापस ले लिया। ऐसे में अब 11 प्रत्याशी ही मैदान में बचे हैं। सपा ने यहां से पवन को पहले प्रत्याशी बनाया था। ऐन वक्त पर उनका टिकट काटकर सीमा सचान को पार्टी ने उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे नाराज पवन ने निर्दलीय के रूप में ताल ठोक दी थी। गुरुवार को लोगों की निगाहें नामांकन वापसी पर टिकी थीं। अंतत: पवन ने पर्चा वापस लेकर सपा की मुश्किलें कम कर दीं।
सिकंदरा विधानसभा से भाजपा के विधायक मथुरा प्रसाद पाल के दिवंगत होने से सीट रक्ति सीट के लिए उप चुनाव में 27 नवंबर से चार दिसंबर तक चली नामांकन प्रक्रिया में दलों के साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी हिस्सा लिया। नामांकन में सबसे दिलचस्प मामला सपा से दावेदारी को लेकर रहा। पहले घोषित प्रत्याशी पवन कटियार ने दो सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। बाद में पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन पवन की जगह सीमा सचान को प्राधिकार पत्र सौंप दिया। इस पर सीमा ने पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी के रूप में नामांकन कराया। पार्टी के इस निर्णय से नाराज होकर पवन ने निर्दलीय नामांकन करा लिया। नामांकन पत्रों की जांच के दौरान पवन के सपा वाले दो पर्चे खारिज कर उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी की मान्यता दी गई थी।
बगावत के चलते लोगों की निगाहें पवन की प्रत्याशिता को लेकर टिकी थी कि वह चुनाव मैदान में डटे रहेंगे अथवा पर्चा खींचेंगे। गुरुवार को नामांकन पत्र वापस करने का दिन था। सुबह से लोग पर्चा वापसी पर निगाहें लगाए थे। दोपहर बाद पवन ने पार्टी में आस्था जताते हुए नामांकन पत्र वापस ले लिया। वहीं तीन बजे के बाद शेष प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए गए। आरओ दीपाली कौशिक ने बताया, निर्दलीय प्रत्याशी पवन कटियार ने अपना पर्चा वापस ले लिया है। अब 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं।