उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में हुई बेतहाशा वृद्धि की वापसी की मांग करते हुए समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना दिया.
इस दौरान लखनऊ में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल राम नाईक को ज्ञापन सौंपा.
समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार द्वारा गरीबों और किसानों को दंडित दिया जा रहा है. समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल में रामगोविन्द चौधरी, नेता विरोधी दल विधानसभा, अहमद हसन, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के साथ तमाम नेता शामिल थे.
इन नेताओं ने राज्यपाल से बिजली की दरों में की गई बढ़ोत्तरी तत्काल वापस लेने के लिए बीजेपी सरकार को निर्देशित करने की मांग की.
ज्ञापन में कहा गया है कि बीजेपी की आर्थिक नीतियों के चलते जनता बुरी तरह परेशान है. राज्य के विकास की दिशा में राज्य सरकार ने 9 महीनों में कोई भी कदम नहीं उठाए. निकाय चुनाव के दिनों में बिजली दरों में वृद्धि का प्रस्ताव छुपाकर ठीक चुनाव प्रक्रिया समाप्त होते ही बिजली दरों में भारी वृद्धि लागू करना सरकार का जनविरोधी आचरण है.
किसी भी तरह इस कार्यवाही को उचित नहीं माना जा सकता है क्योंकि इससे राजनीति में दोहरे चरित्र की मानसिकता और शासकीय स्वार्थपरता को बढ़ावा मिलेगा.