पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर दर्ज की रिपोर्ट, तीन हिरासत में
लखनऊ।
काकोरी की दुबग्गा पुलिस चौकी में मारपीट और उत्पात के मामले में बुधवार को पुलिस ने भाजपा और सपा समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इस मामले में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट, लूट और जानलेवा हमले का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। पुलिस ने एक पक्ष से सपा के प्रदेश सचिव विनीत शुक्ला उर्फ बीनू और दूसरे पक्ष से नंदकिशोर रावत का मेडिकल परीक्षण कराया है। शुरुआती जांच में किसी भी व्यक्ति के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है। एएसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार का कहना है कि बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
दुबग्गा के बेगरिया मोहल्ले में रहने वाले विनीत शुक्ला उर्फ बीनू समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव हैं। बीनू का कहना है कि उनकी भाभी कल्पना शुक्ला कन्हैया माधोपुर द्वितीय वॉर्ड से सपा की पार्षद प्रत्याशी हैं। बीनू ने आरोप लगाया था कि भाजपा सांसद कौशल किशोर, उनकी पत्नी विधायक जया देवी व उनके समर्थक चुनाव भर उन्हें जान से मारने की धमकी देते रहे। मंगलवार को वह चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन करने गए थे। इस दौरान सांसद के करीबी नंदकिशोर रावत, अनिल रावत समेत 10-12 लोगों ने मिलकर उनके समर्थक रजत गुप्ता को मारापीटा और रुपये छीन लिए। वह इसकी शिकायत करने दुबग्गा पुलिस चौकी गए तो वहां सांसद कौशल किशोर के बेटे जैकी रावत, जैवी रावत व आशू रावत, नंद किशोर रावत, राजेश रावत, अजय रावत और विजय लोधी समेत 20-25 लोगों ने उन्हें व उनके साथियों को मारापीटा।
वहीं नंदकिशोर रावत का आरोप है कि पहले बीनू शुक्ला व उनके लोगों ने उन्हें मारापीटा। जब वह इस बात की शिकायत लेकर दुबग्गा पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां विपक्षियों ने उन पर दोबारा हमला कर दिया और कपड़े फाड़ दिए। सांसद कौशल किशोर का कहना है कि बीनू शुक्ला पहले भी उनके समर्थकों पर हमला कर चुका है। बीनू मारपीट का आरोप लगा रहा है लेकिन उसे कहीं भी चोट नहीं आई है। एएसपी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।