अपने अनुज शिवपाल सिंह यादव को न देखकर मुलायम सिंह यादव बडे बेचैन और व्यथित दिख रहे थे
सपा मुखिया अखिलेश यादव आात्मविश्वास से चाहे जितना लबरेज हो, इतनी कोशिशों के बावजूद, उनकी पार्टी में फूट आज भी जस की तस बरकरार है। कल सपा मुख्यालय में आयोजित मुलायम सिंह यादव का जन्मदिवस समारोह इसका साक्षी रहा है। इसमें मुलायम सिंह यादव के चाहने के बावजूद शिवपाल यादय को नही बुलाय गया था।
उनकी नामौजूदगी से मुलायम सिंह यादव बहुत दुखी थे और यह जानना चाह रहे थे कि आखिर उन्हें क्यों नहीं बुलाया गया?
प्रो0 राम गोपाल यादव भी इस समारोह में नहीं आये थे। क्यों? ......लगता है कि तनातनी का फिर कोई नया दौर शुरू हो गया है।
इस अवसर पर अपने अनुज शिवपाल सिंह यादव को न देखकर मुलायम सिंह यादव बडे बेचैन और व्यथित दिख रहे थे। उन्होंने इस सवाल को कई बार उठाया। जब कहीं से भी डन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो उन्हों ने ेअपनी नाराजगी जताते हुए सीधे अखिलेश यादव से पूछा कि तुमने उन्हें बुलाया क्यों नहीं?
वह किसी बात के लिये तुमसे जिद नहीे कर रहा है। तुम्हारे बडे है और तुम उनका सम्मान नहीं कर रहे हों। इस पर अखिलेश यादव कुछ देर के लिये असहज हो गये। लिहाजा, अपने पिता के आग्रह के बाद भी उनके हाथ से उनके जन्म दिन का केक बडी मुश्किल से खाया।
यदि ऐसा ही रहा, तो 2019 में अखिलेश और उनकी सपा का योगी और मोदी के आग पैर नहीं टिक पायेंगे। इनकी निवर्तमान सरकार का कच्चा चिट्ठा लगातार सामने आता जा रहा है। नौकरशाह चाहे जैसे भी हों, उनके द्वारा किये गये एक से एक बडे घौटालों की आंच से कोई भी मुख्य मंत्री खुद को अलग नही कर सकता है। अभी तो निवर्तमान मुख्य मंत्री के दो ही ड्रीम प्रोेजैक्ट्स की जांच के आदेश दिये गये हैं। 2019 तक पिछली सरकार में हुए घोटालों की जांच का नतीजा सामने आने पर सपा के मुखिया से जवाब नहीं देते बनेगा।