समाजवादी नहीं 'नमाजवादी पार्टी' है सपा, अखिलेश पढ़ते हैं आजम के साथ नमाज
राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वो तो आजम खां के साथ नमाज पढ़ते हैं। इसलिए मैंने समाजवादी पार्टी को नमाजवादी पार्टी कहना शुरू कर दिया है।
अमर शाहजहांपुर में एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने यह प्रतिक्रिया, सैफई में भगवान कृष्ण की मूर्ति लगाए जाने के अखिलेश यादव के बयान पर दी।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा दिए गए बयान कि राम केवल उत्तर भारत में और कृष्ण पूरे विश्व में पूजे जाते हैं, इस पर अमर सिंह ने चिरपरिचत अंदाज में कहा कि मुलायम सिंह लीलाधर है, लेकिन उन्हें राम और कृष्ण में भेद नहीं करना चाहिए। उनका बयान दोनों को बांटने जैसा है, जो नहीं होना चाहिए।
एक सवाल के जवाब में अमर सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर दोनों पक्षों की रजामंदी से बने तो अधिक अच्छा है। उन्होंने कहा, मैं सभी धर्मों को मानता हूं और मक्का-मदीना को तो अपने गले में पहनता हूं। जो भी हिंदू हितों की बात करेगा मैं उसके साथ हूं।
जीएसटी के सवाल पर उन्होंने कहा कि जीएसटी सभी दलों की सहमति से लागू की गई, इसमें अकेले मोदी को दोष देना उचित नहीं है।