राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के दौरान विपक्ष पस्त नजर आया। लोकसभा के अंदर मुलायम सिंह यादव का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कानाफुसी से समाजवादी पार्टी में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के समर्थन में क्रॉसवोटिंग की खबरों को बल मिला। वहीं एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने तो चुनाव से पहले ही कह दिया कि एनडीए उम्मीदवार ही रामनाथ कोविंद जीतेंगे। वहीं तृणमूल कांग्रेस के त्रिपुरा से विधायकों के रामनाथ कोविंद को समर्थन देने की चर्चा से भी विपक्ष की एकजुटता एक बार फिर धाराशयी हो गई।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा नेता रामगोपाल यादव, एनसीपी सुप्रीमो शरद यादव, माकपा नेता सीताराम येचुरी और भाकपा नेता डी राजा समेत कई विपक्षी नेताओं ने वोट किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब लोकसभा के अंदर कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष के नेताओं से मिल रहे थे तो मुलायम सिंह ने उनका अचानक हाथ पकड़ लिया और कान में कुछ कहा। मुलायम के भाई शिवपाल यादव कह चुके है कि मुलायम सिंह ने उन्हें रामनाथ कोविंद को समर्थन करने का निर्देश दिया था।
माना जा रहा है कि मुलायम सिंह ने रामनाथ कोविद को अपना वोट दिया है।
दूसरी तरफ अखिलेश गुट में माने जाने वाले रामगोपाल यादव ने राज्यसभा के सांसदों के समूह के साथ वोट दिया। उनके साथ नरेश अग्रवाल, नीरज शेखर, सुरेंद्र सिंह नागर, किरणमय नंदा, संजय सेठ, जावेद अली खान, सुखराम सिंह यादव आदि सांसद थे।
मुलायम के करीबी सपा सांसद बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि पार्टी ने जिस उम्मीदवार को वोट करने के लिए कहा था उसी को दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने अपना वोट मीरा कुमार को दिया।' मुलायम सिंह और शिवपाल यादव के कोविंद को वोट देने के सवाल पर कहा कि उन्होंने इस बारे में मुझे कुछ नहीं कहा था, इसलिए उन्होंने अपना मीरा कुमार को दिया। वह रामगोपाल यादव के समूह के साथ न जाकर वह अकेले ही मतदान केंद्र में गए।