मुस्लिम महिला ने बनवाया शिव मंदिर, महामृत्युंजय जाप करती हैं

Update: 2017-07-17 13:39 GMT
बनारस में एक ओर कुछ शरारती तत्व जहां शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एक मुस्लिम महिला ने न केवल शिव मंदिर बनवाया, बल्कि नमाज के साथ वो भगवान शिव को जलाभिषेक करना भी नहीं भूलती. पांच वक्त की नमाजी ये मुस्लिम महिला गंगा-जमुनी तहजीब की नजीर है.
गणेशपुर इलाके में स्थित यह रुद्रेश्वर महादेव मंदिर कोई आम मंदिर नहीं बल्कि दो सम्प्रदायों के सौहार्द की इमारत भी है. सड़क किनारे बना ये शिव मंदिर दो सम्प्रदायों के सौहार्द का वो मिलन है जो वाराणसी में पिछले 12 सालों से मिसाल बना हुआ है. वैसे तो बनारस की गली-गली में शिव मंदिर हैं, लेकिन ये शिव मंदिर इसलिए ख़ास है कि इसे बनाने वाले कोई हिन्दू नहीं बल्कि मुस्लिम हैं.
2004 में बना यह मंदिर वाराणसी की रहने वाली नूर फातिमा ने अपने घर के पास खाली जमीन पर बनवा कर इसे सार्वजनिक किया ताकि लोग यहां आकर दर्शन कर सकें.
पेशे से वकील नूर फातिमा पांच वक्त की नमाज के साथ सुबह की शुरुआत भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाने के बाद ही करती हैं. क्रिमिनल लॉयर नूर फातिमा वाराणसी के ही न्यायालय में फौजदारी मामलों की वकालत करती हैं. नूर फातिमा पिछले 20 सालों से वाराणसी में वकालत कर रही हैं. उन्होंने 13 साल पहले महादेव के इस मंदिर को बनवाया और पांचों वक्त की नमाज के साथ वो इस मंदिर में जलाभिषेक पूजन करती हैं.
वाराणसी के पहाड़ी गेट के पास नूर फातिमा ने इस मंदिर का निर्माण कराया. नूर फातिमा हर दिन इस मंदिर में सुबह आती हैं और भगवान शिव का महामृत्युंजय जाप के साथ श्रंगार करती हैं. इस दौरान वह पूरी तरह भक्ति में लीन रहती हैं. खासकर सावन के दिनों में इस मंदिर में खास पूजन करती हैं. नूर फातिमा के साथ पूरी कॉलोनी शिव भक्ति में डूब जाती है.

Similar News