गहमागहमी चालू - लग गया ताँता:कृष्णेन्द्र राय

Update: 2018-10-03 05:52 GMT

गहमागहमी चालू ।

लग गया ताँता ।।

सियासी जमात ।

जोड़ रहे नाता ।।

घटनाएँ तो अनगिनत ।

कौन लेता सुध ?

वाक़ई हमदर्दी ।

या स्थापन युद्ध ?

धार्मिकता रंग ।

देने की कोशिश ।।

आ रहा चुनाव ।

लगातार तपिश ।।

व्यंग्यात्मक लेखक : कृष्णेन्द्र राय

Similar News