बदल गयी सत्ता ।
आ गये इमरान ।।
बंद दाना-पानी ।
हाफ़िज़ ही है जान ।।
रूक गयी ख़ैरात ।
अमरीका ने ठोका ।।
चप्पलचोर पाकिस्तान ।
दिया सबको धोखा ।।
सादगी का नाटक ।
कर गया क्रिकेटर ।।
सजग रहना भारत ।
चालू किया थिएटर ।।
व्यंग्यात्मक लेखक : कृष्णेन्द्र राय
बदल गयी सत्ता ।
आ गये इमरान ।।
बंद दाना-पानी ।
हाफ़िज़ ही है जान ।।
रूक गयी ख़ैरात ।
अमरीका ने ठोका ।।
चप्पलचोर पाकिस्तान ।
दिया सबको धोखा ।।
सादगी का नाटक ।
कर गया क्रिकेटर ।।
सजग रहना भारत ।
चालू किया थिएटर ।।
व्यंग्यात्मक लेखक : कृष्णेन्द्र राय