महंगाई के बीच पाकिस्तान सरकार का निर्णायक कदम, किसान-परिवहन-व्यापार को राहत, डीज़ल पर बड़ी राहत, पेट्रोल स्थिर

रिपोर्ट : विजय तिवारी
महंगाई के दबाव और बढ़ती उत्पादन लागत के दौर में पाकिस्तान सरकार ने ईंधन कीमतों को लेकर एक अहम और दूरगामी फैसला लिया है। पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार हाई-स्पीड डीज़ल (HSD) की कीमत में 14 रुपये प्रति लीटर की सीधी कटौती की गई है, जबकि पेट्रोल की दरों को यथावत रखा गया है। यह संशोधित दरें 16 दिसंबर 2025 की सुबह से लागू हो चुकी हैं।
नई दरें लागू
सरकार के आदेश के मुताबिक —
हाई-स्पीड डीज़ल : 279.65 रुपये से घटकर 265.65 रुपये प्रति लीटर
पेट्रोल : 263.45 रुपये प्रति लीटर (कोई बदलाव नहीं)
सरकारी स्तर पर इसे आर्थिक गतिविधियों को गति देने और महंगाई के असर को सीमित करने की रणनीतिक पहल बताया गया है।
किसानों के लिए क्यों अहम
हाई-स्पीड डीज़ल का व्यापक उपयोग ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, सिंचाई पंप और अन्य कृषि मशीनरी में होता है। कीमतों में आई इस कटौती से :
खेती की प्रत्यक्ष लागत में कमी आएगी
रबी सीजन और आगामी खरीफ फसलों की उत्पादन लागत पर दबाव घटेगा
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में गतिशीलता बढ़ने की संभावना बनेगी
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि डीज़ल सस्ता होने से डीज़ल आधारित सिंचाई और मशीनरी संचालन किसानों के लिए अधिक किफायती होगा।
परिवहन और लॉजिस्टिक्स को राहत
डीज़ल की कीमतों में बड़ी कटौती का सीधा असर बस, ट्रक और मालवाहक वाहनों के परिचालन खर्च पर पड़ेगा। इससे :
लॉजिस्टिक्स लागत घटने की संभावना
खाद्यान्न, सब्ज़ी, निर्माण सामग्री और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की ढुलाई सस्ती हो सकती है
खुदरा स्तर पर कीमतों के दबाव में नरमी देखने को मिल सकती है
पहले भी मिल चुकी है राहत
उल्लेखनीय है कि सरकार ने इससे पहले 30 नवंबर 2025 को भी ईंधन कीमतों में संशोधन किया था। उस समय :
डीज़ल 4.79 रुपये प्रति लीटर सस्ता किया गया था
पेट्रोल की कीमत 2 रुपये घटाकर 263.45 रुपये प्रति लीटर तय की गई थी
अब ताज़ा फैसले के बाद डीज़ल की कीमतों में कम समय में दूसरी बड़ी राहत सामने आई है।
पेट्रोल क्यों रखा गया स्थिर
सरकारी आकलन के अनुसार पेट्रोल का उपयोग मुख्य रूप से निजी वाहनों और मोटरसाइकिलों में होता है। मौजूदा राजस्व संतुलन, आयात लागत और मांग-आपूर्ति की स्थिति को देखते हुए पेट्रोल की कीमतों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।
स्पष्ट स्थिति
यह स्पष्ट किया जाता है कि यह निर्णय पाकिस्तान सरकार से संबंधित है।
भारत में पेट्रोल या डीज़ल की कीमतों में 14 रुपये की कटौती को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
समग्र असर
कुल मिलाकर, डीज़ल की कीमत में 14 रुपये प्रति लीटर की कटौती को किसान-हितैषी, परिवहन-अनुकूल और अर्थव्यवस्था को संबल देने वाला कदम माना जा रहा है। आने वाले दिनों में इसके असर से महंगाई के दबाव में कुछ नरमी और बाजार में स्थिरता आने की उम्मीद जताई जा रही है।




