नेपाल में लोबुचे पर्वत पर रेस्क्यू अभियान के दौरान हेलीकॉप्टर क्रैश, पायलट सुरक्षित बचाया गया

डेस्क रिपोर्ट : विजय तिवारी
काठमांडू (नेपाल)।
नेपाल के हिमालयी क्षेत्र में मंगलवार को एक बड़ा हादसा उस समय हुआ जब लोबुचे पर्वत पर चल रहे स्नो रेस्क्यू अभियान के दौरान एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि मौके पर मौजूद रेस्क्यू टीमों ने त्वरित कार्रवाई कर बड़ी त्रासदी टलने से रोक दी।
सूत्रों के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर एवरेस्ट क्षेत्र के निकट स्थित लोबुचे चोटी पर फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए रवाना हुआ था। अभियान के बीच अचानक तेज बर्फीली हवाएं और कम दृश्यता के कारण हेलीकॉप्टर ने संतुलन खो दिया और बर्फ से ढके ढलान पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हालांकि, पायलट की सूझबूझ और त्वरित प्रतिक्रिया के चलते किसी की जान नहीं गई। स्थानीय ग्रामीणों और नेपाली सेना की संयुक्त टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के समय इलाके में घना कोहरा और माइनस डिग्री तापमान था। दृश्यता बेहद कम थी, जिसके चलते बचाव कार्य भी चुनौतीपूर्ण रहा।
नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAAN) ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रारंभिक जांच में हेलीकॉप्टर में किसी तकनीकी खराबी की जानकारी नहीं मिली है। अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण मौसम में अचानक आया बदलाव और तेज हवाएं बताई जा रही हैं।
लोबुचे पर्वत (ऊंचाई लगभग 6,119 मीटर), एवरेस्ट क्षेत्र के दक्षिण में स्थित एक लोकप्रिय पर्वतारोहण गंतव्य है। हर साल बड़ी संख्या में विदेशी और स्थानीय पर्वतारोही यहां चढ़ाई के लिए आते हैं। इस इलाके में तेज हवाओं, अस्थिर बर्फीले ढलानों और अचानक मौसम परिवर्तन के कारण अक्सर जोखिमपूर्ण स्थितियां बन जाती हैं।
हाल के वर्षों में, नेपाल के कई पर्वतीय क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे सुरक्षा मानकों और प्रशिक्षण प्रक्रियाओं पर गंभीर सवाल उठे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि घायल पायलट को उपचार के लिए नजदीकी चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
उधर, रेस्क्यू एजेंसी ने पूरे अभियान को अस्थायी रूप से रोक दिया है, और मौसम में सुधार होने के बाद ही मिशन को दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र को सुरक्षा घेरा प्रदान करते हुए जांच दल को रवाना कर दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी 24 घंटों में हादसे के वास्तविक कारणों की विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी।




