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आज अमेरिका के लिए रवाना होंगे पीएम मोदी, 24 सितंबर को बाइडन से करेंगे मुलाकात

आज अमेरिका के लिए रवाना होंगे पीएम मोदी, 24 सितंबर को बाइडन से करेंगे मुलाकात
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी बुधवार को पांच दिनी अमेरिकी यात्रा पर रवाना होंगे। वह इस दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में भाग लेने के साथ-साथ अन्य देश के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी के अलावा इस अहम बैठक में भाग लेने के लिए 100 देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी अमेरिका आ रहे हैं।

ये हैं पीएम मोदी के कार्यक्रम

पीएम मोदी 22 सितंबर को देर रात वाशिंगटन डीसी पहुंचेंगे और अगली सुबह वह अमेरिका के शीर्ष सीईओ से मुलाकात करेंगे। एपल प्रमुख टिम कुक के साथ एक बैठक भी कार्ड पर है। हालांकि, अधिकारियों ने बैठक के विवरण की पुष्टि नहीं की और समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि कार्यक्रम अभी भी तैयार ही किया जा रहा है। अमेरिका के शीर्ष व्यवसायियों के साथ बैक-टू-बैक बैठकों के बाद 23 सितंबर को पीएम मोदी अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री उसी दिन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी समकक्ष योशीहिदे सुगा से भी मुलाकात करेंगे।

पीएम मोदी 24 सितंबर को राष्ट्रपति बाइडन से करेंगे मुलाकात

पीएम मोदी 24 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ पहली प्रत्यक्ष द्विपक्षीय बैठक करेंगे और वाशिंगटन में पहले इन-पर्सन क्वाड लीडर्स समिट में भाग लेंगे। पीएम मोदी के दौरे के दौरान डिनर का भी आयोजन किया जाएगा। दिलचस्प बात यह है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की यात्रा भी पीएम मोदी की वाशिंगटन यात्रा के साथ मेल खा रही है और दोनों के मिलने की संभावना है। 24 सितंबर की शाम को, पीएम मोदी न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगे, जहां अगले दिन वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देंगे।

ताकत से ताकत की ओर जाने का अवसर होगा: बाइडन

वहीं पीएम मोदी की इस यात्रा को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ यह पहली इन-पर्सन मीटिंग होगी। भारत के साथ हमारी वैश्विक साझेदारी के दृष्टिकोण से स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक संबंध को बनाए रखने के लिए एक साथ काम करके यह वास्तव में ताकत से ताकत की ओर जाने का अवसर होगा।

बाइडन प्रशासन की तरफ से जारी बयान में कहा कि पीएम मोदी और जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता में आतंकवाद के खतरे और अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में बात करने का अवसर मिलेगा कि हम आतंकवाद जैसे दुश्मन से लड़ने के लिए एक साथ कैसे काम कर सकते हैं। आगे कहा कि अमेरिका और भारत के बीच संबंध सिर्फ सरकार से सरकार के रिश्ते से ज्यादा गहरे हैं, यह वास्तव में दो लोगों के बीच का रिश्ता है।

मोदी, बाइडन की द्विपक्षीय बैठक से भारत-अमेरिका संबंध में मजबूती आएगी : व्हाइट हाउस

वहीं व्हाइट हाउस ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच 24 सितंबर को होने वाली पहली द्विपक्षीय बैठक से दोनों देशों के बीच संबंध को और मजबूती मिलेगी और क्वाड समूह को नयी गति देने में मदद मिलेगी।

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया, 'बैठक के दौरान दोनों नेता अपने लोगों और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के बीच गहरे संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिसने सात दशकों से अधिक समय तक अमेरिका और भारत के बीच विशेष बंधन को मजबूती दी है।' अधिकारी ने बताया कि बाइडन-हैरिस प्रशासन ने स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत को बनाए रखने में मिलकर काम करने, कोविड-19 महामारी को समाप्त करने के लिए प्रयासों का नेतृत्व करके और जलवायु संकट को दूर करने के लिए ठोस कार्रवाई करके भारत के साथ अपनी साझेदारी को बढ़ाया है।

इस दौरान कुछ नई घोषणाएं देखने को मिल सकती हैं: ध्रुव जयशंकर

पीएम मोदी के दौरे को लेकर ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन, अमेरिका के कार्यकारी निदेशक ध्रुव जयशंकर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान बताया कि महामारी के बाद पीएम मोदी अपनी दूसरी विदेश यात्रा करेंगे। चुनाव के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ यह उनकी पहली मुलाकात होगी। अपने शेड्यूल में क्वाड समिट के लिए समय निकाल रहे सभी चार नेता बढ़ते गठबंधन के महत्व को दर्शाते हैं।

ध्रुव जयशंकर ने कहा कि 'इस दौरान हमें कुछ नई घोषणाएं देखने को मिल सकती हैं। बैठक में जलवायु परिवर्तन और द्विपक्षीय बैठकों पर चर्चा होगी। यह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए एक घरेलू स्तर पर भी प्राथमिकता भी रही है।

ध्रुव ने बताया कि क्वाड सम्मेलन में शामिल होने से पहले चारों नेताओं ने तीन कार्य समूह बनाने का फैसला किया था- एक महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर, एक वैक्सीन और वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य पर और एक जलवायु परिवर्तन पर। उस वक्त प्रमुख घोषणा वैक्सीन पहल के निर्माण को लेकर की गई थी। इस बैठक में इसके कार्यान्वयन की प्रगति पर चर्चा हो सकती है।


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